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बाल्यावस्था का टीकाकरण शेड्यूल

इनके द्वाराMichael J. Smith, MD, MSCE, Duke University School of Medicine
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया नव. २०२१ | संशोधित अग. २०२२

अधिकांश डॉक्टर सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) द्वारा अनुशंसित टीकाकरण शेड्यूल का अनुपालन करते हैं (देखें: शिशुओं और बच्चों के लिए शेड्यूल तथा बड़े बच्चों और किशोरों के लिए शेड्यूल), जो अस्पताल की नर्सरी में दिए गए हैपेटाइटिस B के वैक्सीन से शुरू होता है। (बाल्यावस्था के टीकाकरण भी देखें।)

माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को शेड्यूल के अनुसार टीका लगवाएँ। टीकाकरण में अधिक देरी होने से बच्चों को उन गंभीर बीमारियों का खतरा होता है जिन्हें वैक्सीन द्वारा रोका जा सकता है।

यदि बच्चे वैक्सीन की खुराक लेने से चूक जाते हैं, तो माता-पिता को अपने बच्चों के डॉक्टर से शेड्यूल को पूरा करने के बारे में बात करनी चाहिए। कोई एक खुराक छूटने पर बच्चों को शुरुआत से इंजेक्शन की शृंखला फिर से आरंभ करने की आवश्यकता नहीं होती है।

यदि बच्चों को सामान्य सर्दी जैसे हल्के संक्रमण के कारण हल्का बुखार है, तो इस वजह से टीकाकरण में देरी करने की आवश्यकता नहीं है।

कुछ वैक्सीन की अनुशंसा केवल विशेष परिस्थितियों में की जाती है—उदाहरण के लिए, केवल तब जब बच्चों को वह बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, जिसे वैक्सीन द्वारा रोका जा सकता है।

डॉक्टर के क्लीनिक में आने के दौरान एक से अधिक वैक्सीन दिए जा सकते हैं, लेकिन कई वैक्सीन को प्रायः एक इंजेक्शन में ही संयोजित कर दिया जाता है। उदाहरण के लिए, एक ऐसी वैक्सीन है जिसे एक ही इंजेक्शन में काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, पोलियो और हीमोफ़ाइलस इन्फ़्लूएंज़ा टाइप b वैक्सीनों को संयोजित किया गया है। संयोजन वाला एक वैक्सीन केवल आवश्यक इंजेक्शनों की संख्या को कम करता है, और यह वैक्सीन्स की सुरक्षा या प्रभावशीलता को कम नहीं करता है।

शिशुओं, बच्चों और किशोरों के लिए नियमित टीकाकरण

अनुशंसित टीकाकरण शेड्यूल का अनुपालन करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शिशुओं, बच्चों और किशोरों को उन संक्रमणों से बचाने में मदद करता है जिन्हें रोका जा सकता है। नीचे दिया गया शेड्यूल अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) और सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) द्वारा अनुशंसित वैक्सीनों पर आधारित है (यह भी देखें: शिशुओं और बच्चों [जन्म के समय से लेकर 6 वर्ष की उम्र तक] के लिए CDC शेड्यूल और बड़े बच्चों [7 से 18 साल की उम्र] के लिए CDC शेड्यूल)। नीचे दिया गया शेड्यूल दर्शाता है कि किस उम्र में और कितनी खुराक में कौन से वैक्सीन्स की जरूरत है (प्रतीकों में संख्याओं द्वारा दर्शाया गया है)।

कई वैक्सीन्स के लिए स्वीकार्य उम्र की एक सीमा होती है। बच्चे के डॉक्टर द्वारा विशिष्ट अनुशंसाएँ की जा सकती हैं, जो बच्चे की ज्ञात स्वास्थ्य स्थितियों और अन्य परिस्थितियों के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। प्रायः संयोजन वाले वैक्सीन्स का उपयोग किया जाता है ताकि बच्चों को कम इंजेक्शन लगें। यदि बच्चों को शेड्यूल के अनुसार वैक्सीन नहीं लगाया गया है, तो कैच-अप टीकाकरण की अनुशंसा की जाती है, और माता-पिता को चाहिए कि वे डॉक्टर या स्वास्थ्य विभाग के क्लीनिक से संपर्क करें ताकि यह पता चल सके कि कैसे कैच-अप करना है। माता-पिता को टीकाकरण के बाद किसी भी दुष्प्रभाव की सूचना अपने बच्चे के डॉक्टर को देनी चाहिए।

इस शेड्यूल और अन्य टीकाकरण शेड्यूल के बारे में अधिक जानकारी के लिए, माता-पिता को डॉक्टर से बात करनी चाहिए या सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के वैक्सीन और इम्युनाइज़ेशन वेबसाइट पर जाना चाहिए।

[a] हैपेटाइटिस B का वैक्सीन: यह वैक्सीन अधिकांश नवजात शिशुओं को अस्पताल से छुट्टी देने से पहले दिया जाता है। पहली खुराक आमतौर पर जन्म के समय दी जाती है, दूसरी खुराक 1 से 2 महीने की उम्र में और तीसरी खुराक 6 से 18 महीने की उम्र में दी जाती है। जिन शिशुओं को जन्म के समय खुराक नहीं मिली होती, उनमें जल्द से जल्द शृंखला शुरू करनी चाहिए।

[b] रोटावायरस का वैक्सीन: उपयोग किए जाने वाले वैक्सीन के आधार पर, उसकी दो या तीन खुराक की आवश्यकता होती है। एक वैक्सीन की पहली खुराक 2 महीने की उम्र में और दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में दी जाती है। दूसरे वैक्सीन की पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में और तीसरी खुराक 6 महीने की उम्र में दी जाती है।

[c] हीमोफ़ाइलस इन्फ़्लूएंज़ा टाइप b (Hib) वैक्सीन: उपयोग किए जाने वाले वैक्सीन के आधार पर, Hib वैक्सीन की तीन या चार खुराक की आवश्यकता होती है। एक वैक्सीन की पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में और तीसरी खुराक 12 से 15 महीने की उम्र में दी जाती है। दूसरे वैक्सीन की पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में, तीसरी खुराक 6 महीने की उम्र में और चौथी खुराक 12 से 15 महीने की उम्र में दी जाती है।

[d] पोलियो वायरस का वैक्सीन: वैक्सीन की चार खुराक दी जाती है। पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में, तीसरी खुराक 6 से 18 महीने की उम्र में और चौथी खुराक 4 से 6 साल की उम्र में दी जाती है।

[e] डिप्थीरिया, टिटनेस और एसेलुलर पर्टुसिस (DTaP) वैक्सीन: 7 वर्ष की उम्र से पहले, बच्चों को DTaP का वैक्सीन दिया जाता है। DTaP की पाँच खुराकें निम्नानुसार दी जाती हैं। पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में, तीसरी खुराक 6 महीने की उम्र में, चौथी खुराक 15 से 18 महीने की उम्र में और पाँचवीं खुराक 4 से 6 साल की उम्र में दी जाती है।

DTaP के बाद 11 से 12 साल की उम्र में टिटनेस, डिप्थीरिया और काली खांसी (Tdap) की बूस्टर खुराक दी जाती है (जिसे उपरोक्त शेड्यूल में संख्या 6 के रूप में दर्शाया गया है)। इस खुराक के बाद हर 10 साल में टिटनेस-डिप्थीरिया या Tdap का बूस्टर दिया जाता है।

[f] न्यूमोकोकल वैक्सीन: वैक्सीन की चार खुराक दी जाती है। पहली खुराक 2 महीने की उम्र में, दूसरी खुराक 4 महीने की उम्र में, तीसरी खुराक 6 महीने की उम्र में और चौथी खुराक 12 से 15 महीने की उम्र में दी जाती है।

[g] मेनिंगोकोकल वैक्सीन: वैक्सीन की दो खुराक दी जाती है। पहली खुराक 11 से 12 साल की उम्र में और दूसरी खुराक 16 साल की उम्र में दी जाती है (उपरोक्त शेड्यूल में नहीं दर्शाया गया है)।

[h] इन्फ़्लूएंज़ा (फ़्लू) का वैक्सीन: इन्फ़्लूएंज़ा का वैक्सीन सभी बच्चों को वार्षिक रूप से दिया जाना चाहिए, जिसकी शुरुआत 6 महीने की उम्र से होती है। वैक्सीन के दो प्रकार उपलब्ध हैं। उम्र और अन्य कारकों के आधार पर एक या दो खुराक की आवश्यकता होती है। अधिकांश बच्चों को केवल एक खुराक की आवश्यकता होती है। 6 महीने से 8 साल की उम्र के बीच के वे बच्चे जिन्हें दो से कम खुराक मिली हो या जिनके इन्फ़्लूएंज़ा टीकाकरण का इतिहास अज्ञात हो, उन्हें कम से कम 4 सप्ताह के अंतराल पर दो खुराक दी जानी चाहिए।

[i] खसरा-गलसुआ-रूबेला (MMR) वैक्सीन: वैक्सीन की दो खुराक दी जाती है। पहली खुराक 12 से 15 महीने की उम्र में और दूसरी खुराक 4 से 6 साल की उम्र में दी जाती है।

[j] चेचक (चिकनपॉक्स) का वैक्सीन: वैक्सीन की दो खुराक दी जाती है। पहली खुराक 12 से 15 महीने की उम्र में और दूसरी खुराक 4 से 6 साल की उम्र में दी जाती है।

[k] हैपेटाइटिस A का वैक्सीन: दीर्घकालिक सुरक्षा के लिए टीके की दो खुराक की आवश्यकता होती है। पहली खुराक 12 से 23 महीने की उम्र के बीच और दूसरी खुराक पहली खुराक दिए जाने के 6 महीने बाद दी जाती है। 24 महीने से अधिक उम्र के वे सभी बच्चे जिन्हें वैक्सीन नहीं लगा है, उन्हें हैपेटाइटिस A के वैक्सीन की 2 खुराक दी जानी चाहिए।

[l] ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन: 11 से 12 साल की उम्र में नियमित टीकाकरण की अनुशंसा की जाती है (इसे 9 साल की उम्र में शुरू किया जा सकता है), और पहले से वैक्सीन नहीं लगे हुए लोगों या पर्याप्त रूप से वैक्सीन नहीं लगे हुए लोगों के लिए 26 साल की उम्र तक नियमित टीकाकरण की अनुशंसा की जाती है (उपरोक्त शेड्यूल में नहीं दर्शाया गया है)। बालिकाओं और बालकों को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस का वैक्सीन 2 या 3 खुराक में दिया जाता है। खुराक की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि पहली खुराक दिए जाने के समय बच्चे की उम्र कितनी थी। जिन बच्चों को 9 से 14 साल की उम्र में पहली खुराक दी जाती है, उन्हें कम से कम 5 महीने का अंतर रखते हुए 2 खुराकें दी जाती हैं। 15 साल या उससे अधिक उम्र में पहली खुराक प्राप्त करने वाले बच्चों को 3 खुराकें दी जाती हैं। पहली खुराक के कम से कम 1 महीने बाद दूसरी खुराक दी जाती है, और पहली खुराक के कम से कम 5 महीने बाद तीसरी खुराक दी जाती है।

बच्चों में कोविड-19 का टीकाकरण

टीकाकरण शेड्यूल में उल्लिखित इम्युनाइज़ेशन के अलावा, संयुक्त राज्य अमेरिका में कुछ आयु समूहों के बच्चे अब कोविड-19 टीकाकरण के लिए पात्र हैं।

Pfizer-BioNTech द्वारा तैयार किए गए BNT162b2 कोविड-19 वैक्सीन (mRNA) को 6 महीने से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकार (EUA) प्राप्त है, और यह 16 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों हेतु उपयोग के लिए पूरी तरह से अनुमोदित है।

Moderna द्वारा तैयार किए गए mRNA-1273 कोविड-19 वैक्सीन (mRNA) को 6 महीने से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए EUA प्राप्त है।

Novavax द्वारा तैयार किए गए NVX-CoV2373 कोविड-19 वैक्सीन (सब-यूनिट) को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों/लोगों के लिए EUA प्राप्त है।

बच्चों के लिए प्राथमिक शृंखला की खुराक की जानकारी के लिए, यहाँ देखें। मध्यम से गंभीर स्तर के इम्युनोकंप्रोमाइज़्ड बच्चों हेतु प्राथमिक शृंखला की खुराक की जानकारी के लिए, यहाँ देखें। (मध्यम से गंभीर स्तर के इम्युनोकंप्रोमाइज़्ड लोगों हेतु कोविड-19 टीकाकरण के लिए मार्गदर्शन भी देखें।)

कुछ निश्चित आयु वर्ग के बच्चों के लिए बूस्टर शॉट भी उपलब्ध हैं। उन बच्चों के लिए बूस्टर शॉट पर मार्गदर्शन के लिए जो इम्युनोकंप्रोमाइज़्ड नहीं हैं, यहाँ देखें। उन बच्चों के लिए बूस्टर शॉट पर मार्गदर्शन के लिए जो मध्यम से गंभीर स्तर तक इम्युनोकंप्रोमाइज़्ड हैं, यहाँ देखें।

कोविड-19 के वैक्सीन को नियमित टीकाकरण के साथ ही दिया जा सकता है।

जिन बच्चों को कोविड-19 वैक्सीन की पिछली खुराक के बाद एलर्जिक प्रतिक्रिया हुई है या जिन्हें कोविड-19 वैक्सीन के किसी भी घटक से एलर्जी है, उन्हें कोविड-19 वैक्सीन नहीं दिया जाना चाहिए।

बच्चों को मलेरिया का टीकाकरण

दिनांक 6 अक्टूबर 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उप-सहारा अफ्रीका के बच्चों तथा मध्यम से उच्च स्तर के प्लाज़्मोडियम फाल्सीपेरममलेरिया संचरण वाले अन्य क्षेत्रों के बच्चों हेतु RTS,S/AS01 (RTS,S) मलेरिया वैक्सीन के व्यापक उपयोग की अनुशंसा की। (WHO जोखिम वाले बच्चों के लिए मलेरिया के टीके की सलाह देता है देखें।)

अधिक जानकारी

निम्नलिखित कुछ अंग्रेजी भाषा के संसाधन हैं जो उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इन संसाधनों की सामग्री के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. Centers for Disease Control and Prevention (CDC): शिशुओं, बच्चों और किशोरों के लिए वैक्सीन और इम्युनाइज़ेशन शेड्यूल के बारे में जानकारी

  2. CDC: शिशुओं और बच्चों (जन्म से लेकर 6 वर्ष तक) के लिए टीकाकरण शेड्यूल

  3. CDC: बच्चों (7 से 18 वर्ष तक) के लिए टीकाकरण शेड्यूल

  4. CDC: Vaccines by age: जन्म से लेकर 18 वर्ष की आयु तक के ब्रोकेन-डाउन वैक्सीन के बारे में जानकारी

  5. CDC: मध्यम से गंभीर स्तर के इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज़्ड लोगों हेतु कोविड-19 टीकाकरण के लिए मार्गदर्शन

  6. CDC: COVID-19 Vaccine Booster Shots: इस बारे में जानकारी कि बूस्टर शॉट कौन प्राप्त कर सकता है, बूस्टर शॉट कब प्राप्त करना है, और कौन सा बूस्टर शॉट प्राप्त करना है

  7. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO): WHO द्वारा जोखिमग्रस्त बच्चों के लिए मलेरिया के वैक्सीन की अनुशंसा की गई है