हेमन्जिओमा एक कैंसर-रहित लिवर ट्यूमर है जो असामान्य रक्त वाहिकाओं के मॉस से संरचित होता है।
(लिवर ट्यूमर का विवरण भी देखें।)
अमेरिका में, वयस्कों में से लगभग 20% (ज़्यादातर महिलाएं) को छोटे हेमन्जिओमा होते हैं, जिनके कोई लक्षण नज़र नहीं आते। इन ट्यूमर का आमतौर पर तभी पता लगता है, जब असंबंधित कारणों से अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (CT) या मैग्नेटिक रीसोनेंस इमेजिंग (MRI) की जाती है (लिवर और पित्ताशय की इमेजिंग जांचें देखें)। ऐसे ट्यूमर्स के लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।
ऐसे हेमन्जिओमा जिनके कारण लक्षण होते हैं, वो बहुत ही कम होते हैं। यदि हेमन्जिओमा 1½ इंच (4 सें.मी.) से अधिक होते हैं, तो संभवत: लक्षण हो सकते हैं। इन ट्यूमर्स के कारण पेट में असुविधा तथा फुलावट, और कभी-कभी भूख न लगना, मतली, थोड़ा भोजन करने के बाद पेट भरे होने का अहसास, या पीड़ा हो सकती है।
शिशुओं में हेमन्जिओमा अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन, कभी-कभी बड़े हेमेंजियोआ समस्या का कारण बनते हैं, जैसे कि व्यापक ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट फेल। इन ट्यूमर के लिए उपचार की ज़रूरत होती है, जिसमें दवाइयां (जैसे कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड और अन्य इम्युनोथेरेपी एजेंट), हेमेंजियोमा की रक्त आपूर्ति को रोकने के लिए प्रक्रिया (जिसे सिलेक्टिव हैपेटिक आर्टरी एम्बोलाइज़ेशन कहा जाता है), कभी-कभी हेमन्जिओमा को हटाने के लिए सर्जरी, और, बहुत ही कम, लिवर ट्रांसप्लांटेशन शामिल हो सकता है।
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