ब्रोन्कियोलाइटिस क्या है?
ब्रोन्कियोलाइटिस शिशुओं और 2 साल से कम उम्र के बच्चों में फेफड़ों में छोटे वायुमार्गों में होने वाली सूजन है। सूजन के कारण बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है।
ब्रोन्कियोलाइटिस का कारण एक वायरस से संक्रमण है
हो सकता है कि आपके बच्चे की नाक बहे, बुखार, खांसी, घरघराहट हो और कभी-कभी सांस लेने में परेशानी हो
ज़्यादातर बच्चे 3 से 5 दिनों में घर पर ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ को अस्पताल में भर्ती करने की ज़रूरत होती है
ब्रोन्कियोलाइटिस 6 महीने से कम उम्र के बच्चों में सबसे आम है
ब्रोन्कियोलाइटिस के क्या कारण होते है?
कई अलग-अलग वायरस ब्रोन्कियोलाइटिस का कारण बन सकते हैं। RSV (रेस्पिरेटरी सिंक्राइटियल वायरस) सबसे आम कारण है। ब्रोन्कियोलाइटिस सर्दियों में बहुत ज़्यादा आम होता है, इस समय वायरस आसानी से फैलते हैं।
डॉक्टरों का मानना है कि ब्रोन्कियोलाइटिस उन शिशुओं में ज़्यादा आम और ज़्यादा गंभीर हो सकता है जिनकी माताएँ सिगरेट पीती हैं, खास कर गर्भावस्था के दौरान सिगरेट पीती हैं।
ब्रोन्कियोलाइटिस के क्या लक्षण होते हैं?
सबसे पहले, आपके बच्चे को सर्दी-जुकाम के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे:
नाक का बहना
छींक आना
खाँसी आना
हल्का बुखार (100° से 101° F या 37.8° से 38.3° C)
2 से 3 सप्ताह खांसी होना या उससे अधिक समय तक हो सकती है।
3 से 5 दिनों के बाद, हो सकता है कि आपके बच्चे को निम्न चीज़ें हों:
सांस लेने में दिक्कत—हो सकता है कि एक शिशु या बच्चे की सांसें तेज़ हो और सांस छोड़ते समय तेज़ आवाज़ (घरघराहट) हो
ब्रोन्कियोलाइटिस वाले कई शिशुओं में केवल हल्के लक्षण होते हैं।
गंभीर ब्रोन्कियोलाइटिस के मामले में हो सकता है कि आपके शिशु या बच्चे को सांस लेने में बहुत दिक्कत हो और ये लक्षण हों:
सांस लेने में दिक्कत
सांस तेज़, हांफना
नीला पड़ना
उल्टी होना और डिहाइड्रेशन होना (शरीर में पानी की बहुत कमी होना)
डॉक्टर कैसे बता सकते हैं कि मेरे बच्चे को ब्रोन्कियोलाइटिस है?
डॉक्टर आमतौर पर लक्षणों के आधार पर बता सकते हैं कि आपके बच्चे को ब्रोन्कियोलाइटिस है या नहीं। डॉक्टर ये भी कर सकते हैं:
अपने बच्चे की उंगली पर सेंसर (पल्स ऑक्सीमेट्री) का इस्तेमाल करके बच्चे के खून में ऑक्सीजन के स्तर को देखें
वायरस के टेस्ट के लिए रुई से नाक का म्युकस लें
कभी छाती का एक्स-रे करवाएँ
डॉक्टर ब्रोन्कियोलाइटिस का इलाज कैसे करते हैं?
डॉक्टर हल्के लक्षण दिखने पर, बच्चों का इलाज घर पर करने के लिए कहेंगे:
दिन में बार-बार थोड़ी मात्रा में शुद्ध तरल पदार्थ जैसे पानी या जूस दें
अगर आपके बच्चे को सांस लेने में बहुत परेशानी होती है, तो हो सकता है कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़े। आमतौर पर डॉक्टर निम्न चीज़ें करेंगे:
फ़ेस मास्क के ज़रिए अपने बच्चे को अतिरिक्त ऑक्सीजन दें
IV के माध्यम से तरल पदार्थ दें (नसों के ज़रिए)
एंटीबायोटिक्स, ब्रोन्कियोलाइटिस के मामले में फ़ायदेमंद हो सकते हैं।