कार्डियाक टैंपोनेड

इनके द्वाराThomas G. Weiser, MD, MPH, Stanford University School of Medicine
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया अप्रै. २०२२

कार्डियाक टैंपोनेड, हृदय पर रक्त या किसी द्रव से लगने वाला ऐसा दबाव है जो हृदय के आसपास दो परतों की थैलीनुमा संरचना (पेरीकार्डियम) में इकट्ठा होता है। इस विकार से रक्त पंप करने की हृदय की क्षमता में व्यवधान पैदा होता है।

  • आमतौर पर लोगों को इससे चक्कर आते हैं और सांस लेने में परेशानी होती है और वे बेहोश हो सकते हैं।

  • इसकी जांच लक्षणों, परिक्षण के परिणामों और आमतौर पर आपातकालीन विभाग में की जाने वाली हृदय की अल्ट्रासोनोग्राफ़ी (ईकोकार्डियोग्राफ़ी) द्वारा किया जाता है।

  • नीडल का और कभी-कभी सर्जरी का उपयोग करके हृदय के आसपास से रक्त को बहा कर बाहर निकाला जाता है।

(यह भी देखें सीने की चोटों का परिचय।)

कार्डियाक टैंपोनेड में, पेरीकार्डियम की दो परतों के बीच द्रव या रक्त जमा हो जाता है, जो इसके बाद हृदय को सख्ती से दबा देता है। इस दबाव की वजह से हृदय में रक्त भरना रुक सकता है। इसके परिणामस्वरूप, शरीर में रक्त कम पंप होता है, जिसकी वजह से कभी-कभी आघात (जिसके साथ ब्लड प्रेशर खतरनाक तरीके से कम हो जाता है) और मौत हो जाती है।

इसकी सबसे आम वजह एओर्टिक एन्युरिज़्म (एओर्टा की भित्ती में होने वाला उभार) का फटन, फेफड़ों का एडवांस्ड कैंसर, तीव्र पेरिकार्डाइटिस (पेरीकार्डियम में होने वाली ज्वलन), हृदयाघात, और हृदय की सर्जरी है।

हृदय की चोटों की वजह से भी कार्डियाक टैंपोनेड हो सकता है। ऐसी सबसे आम चोटें, चाकू लगने से होने वाले घाव हैं। ऐसी ब्लंट चोटें, जिनकी वजह से हृदय की दीवार फ़ट जाती है, टेम्पोनेड हो सकता है, लेकिन जिन लोगों को ऐसी चोट लगती है, चिकित्सीय उपचार के लिए लाए जाने के पहले ही उनकी मौत हो सकती है।

कार्डियाक टैंपोनेड

कार्डियाक टैंपोनेड के लक्षण

जिन लोगों को कार्डियाक टैंपोनेड हुआ है, उन्हें चक्कर आ सकते हैं या सांस लेने में परेशानी हो सकती है। वे बेहोश हो सकते हैं। उनका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है और हृदय की गति तेज़ हो सकती है। उनकी त्वचा ठंडी हो सकती है, त्वचा में पसीना आ सकता है और त्वचा नीली पड़ सकती है। उनकी गर्दन की शिराएं सूजी हुई या फूली हुई दिखाई दे सकती हैं।

कार्डियाक टैंपोनेड का निदान

  • एक डॉक्टर का मूल्यांकन

  • इकोकार्डियोग्राफी

इसकी तुरंत जांच और उपचार होना बहुत आवश्यक है क्योंकि कार्डियाक टैंपोनेड बहुत तेज़ी से जानलेवा हो जाता है। इसकी जांच, लक्षणों, परिक्षण के परिणामों और आमतौर पर ईकोकार्डियोग्राफ़ी के आधार पर होता है।

इसकी जांच करने के लिए आमतौर पर ईकोकार्डियोग्राफ़ी, (जिसमें हृदय की इमेज बनाने के लिए अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है) का उपयोग किया जाता है।

कार्डियाक टैंपोनेड का उपचार

  • हृदय के आसपास से रक्त या द्रव को निकालना

कार्डियाक टैंपोनेड, चिकित्सा से जुड़ी आपातकालीन स्थिति है। डॉक्टर, हृदय के आसपास (पेरिकार्डियोसेंटेसिस) से रक्त या द्रव को निकालने के लिए किसी नीडल का तुरंत उपयोग करके इसका उपचार करते हैं। इस प्रक्रिया से हृदय पर लग रहा दबाव कम हो जाता है और इससे वह सामान्य रूप से धड़कने लगता है।

कभी-कभी पेरीकार्डियोसेंटेसिस से पर्याप्त फ़्लूड नहीं निकल पाता है। इसके बाद, डॉक्टरों को छाती की दीवार में एक चीरा लगाने (थोरैकोटॉमी) और द्रव को बहाकर निकालने के लिए पेरिकॉर्डिओटॉमी (पेरीकॉर्डिओटॉमी) की ज़रूरत होती है। उन्हें पेरीकार्डियम के एक हिस्से को निकालने की ज़रूरत (पेरिकार्डिएक्टॉमी) भी पड़ सकती है।