शरीर से गंध

(ब्रोमहाइड्रोसिस)

इनके द्वाराShinjita Das, MD, Harvard Medical School
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया अप्रै. २०२२

    शरीर से अत्यधिक या असामान्य गंध (ब्रोमहाइड्रोसिस), त्वचा पर सामान्य रूप से रहने वाले बैक्टीरिया और यीस्ट के द्वारा पसीने के अपघटन के कारण आती है।

    (पसीने के विकारों का परिचय भी देखे।)

    पसीना एपोक्रिन ग्रंथियों और एक्रिन ग्रंथियों से निकलता है।

    एपोक्रिन ग्रंथियां, हेयर फ़ॉलिकल में पसीना छोड़ती हैं। वे बगलों में, जननांग वाले स्थान में, गुदा के इर्द-गिर्द और निपल के इर्द-गिर्द होती हैं।

    एक्रिन ग्रंथियां सीधे त्वचा पर पसीना छोड़ती हैं। वे त्वचा में लगभग हर जगह होती हैं। इन ग्रंथियों से निकलें पसीने में दुर्गंध नहीं होती है, लेकिन जब त्वचा पर सामान्य रूप से रहने वाले बैक्टीरिया और यीस्ट इसका अपघटन (डीकम्पोस्ट) करते हैं, तो इससे दुर्गंध आने लगती है। अपघटन के बाद गंध दुर्गंध हो जाती है।

    त्वचा के नीचे तक जाना

    त्वचा की तीन परतें होती हैं। त्वचा की सतह के नीचे नसें, तंत्रिका के सिरे, ग्रंथियां, बालों के रोम और रक्त वाहिकाएं होती हैं। पसीना डर्मिस में ग्रंथियों द्वारा बनता है और छोटी नलिकाओं से त्वचा की सतह तक पहुंचता है।

    ब्रोमहाइड्रोसिस, त्वचा और कपड़ों की खराब साफ़-सफ़ाई से होता है। यह खाने-पीने की कुछ चीज़ों (जैसे कढ़ी, लहसुन, प्याज और अल्कोहल) के सेवन के बाद और कुछ दवाओं (जैसे पेनिसिलिन) के सेवन के बाद भी हो सकता है। ब्रोमहाइड्रोसिस उन लोगों में आसानी से हो जाता है जिन्हें बहुत अधिक पसीना आता है।

    दिन में दो बार साबुन और पानी से सफ़ाई करने से गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया और यीस्ट की आम तौर पर सफ़ाई हो जाती है। कुछ लोगों में, कुछ दिनों तक किसी एंटीसेप्टिक साबुन से नहाना और साथ में क्लिंडामाइसिन या एरिथ्रोमाइसिन से युक्त एंटीबैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल करना ज़रूरी हो सकता है। बगलों के बालों को साफ़ कर देने से भी गंध के नियंत्रण में मदद मिल सकती है।

    कपड़ों को भी अक्सर धोना चाहिए। लोग पसीने से भीगे कपड़ों को भी तुरंत उताकर धो सकते हैं और डिओडोरेंट या एंटीपर्सपिरेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। डिओडोरेंट गंध को छिपाते हैं और एंटीपर्सपिरेंट पसीना बनना घटाते हैं।