वायरल प्लूराइटिस प्लूरा (फेफड़ों को ढंकने वाली पतली, पारदर्शी और 2 परतों वाली मेंब्रेन) का वायरल संक्रमण है, जो आमतौर पर सांस लेने या खांसने पर छाती में दर्द का कारण बनता है।
(प्लूरल और मीडियास्टीनल विकारों के विवरण भी देखें।)
वायरल प्लूराइटिस, आमतौर पर कॉक्ससैकी B वायरस से संक्रमण के कारण होता है। कभी-कभी, कॉक्सैकी B या कोई अन्य ईकोवायरस एक दुर्लभ स्थिति उत्पन्न करता है जिसे एपिडेमिक प्लूरोडाइनिया (बॉर्नहॉम रोग) कहा जाता है। यह गर्मियों से लेकर शुरुआती शरद ऋतु तक होता है (उत्तरी गोलार्ध में जून से अक्टूबर और दक्षिणी गोलार्ध में दिसंबर से मार्च तक) और यह किशोरों तथा युवा वयस्कों को प्रभावित करता है।
छाती में दर्द होना, वायरल प्लूराइटिस का मुख्य लक्षण होता है। सांस अंदर खींचते समय या खांसते समय दर्द ज़्यादा होता है और यह चुभने जैसा होता है। प्लूरोडाइनिया महामारी बुखार और छाती की मांसपेशियों में जकड़न उत्पन्न करती है।
आमतौर पर छाती का एक्स-रे लिया जाता है।
कुछ दिनों में वायरल प्लूराइटिस अपने आप ठीक हो जाता है। दर्द-निवारक दवाओं से दर्द में राहत मिल सकती है।
