एक्रोसायनोसिस

इनके द्वाराWilliam Schuyler Jones, MD, Duke University Health System
द्वारा समीक्षा की गईJonathan G. Howlett, MD, Cumming School of Medicine, University of Calgary
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया संशोधित जुल॰ २०२५
v26286222_hi

एक्रोसायनोसिस, जो एक फंक्शनल परिधीय धमनी रोग है, जिसमें दोनों हाथों और, कभी-कभी दोनों पैरों या कभी-कभी नाक या कानों का लगातार, दर्द के बिना रंग में बदलाव है, जो त्वचा के भीतर छोटी रक्त वाहिकाओं की ऐंठन के कारण होता है, जो आमतौर पर ठंड या भावनात्मक तनाव से बदतर हो जाता है।

एक्रोसायनोसिस आमतौर से महिलाओं में होती है। हाथ या पैर या उनकी उंगलियाँ ठंडी महसूस होती हैं और नीली पड़ सकती हैं (सायनोसिस)। हो सकता है, गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों की त्वचा नीली नहीं दिखाई देती, लेकिन रंग में परिवर्तन स्पष्ट दिखाई देता है। कभी-कभी हाथों या पाँवों से अत्यधिक पसीना निकलता है और वे सूज सकते हैं। भावनात्मक तनाव या ठंड के संपर्क में आने से आमतौर पर रंग में बदलाव बढ़ जाता है, और सिकाई करने से यह कम हो जाता है। इस विकार से दर्द नहीं होता है और यह त्वचा को क्षतिग्रस्त नहीं करता है।

नवजात शिशुओं में एक्रोसायनोसिस एक सामान्य स्थिति है और आमतौर पर कुछ दिनों या सप्ताह में ठीक हो जाती है, हालांकि यह बचपन तक बनी रह सकती है।

डॉक्टर इस विकार का निदान लक्षणों के आधार पर करते हैं जो व्यक्ति के हाथों या पाँवों तक सीमित होते हैं और बड़ी धमनियों (जैसे कि, कलाई और टखने की) में नब्ज के सामान्य होने के बावजूद बने रहते हैं।

आमतौर पर उपचार अनावश्यक होता है। हालांकि, डॉक्टर अनुशंसा कर सकते हैं कि व्यक्ति ठंड के संपर्क में आने से बचने की कोशिश करे। डॉक्टर ऐसी दवाइयां प्रिस्क्राइब कर सकते हैं जो धमनियों को फैलाती हैं (जैसे कि, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर), लेकिन ये दवाएं आमतौर पर मदद नहीं करतीं। आमतौर पर, यह आश्वासन ही काफी होता है कि त्वचा का रंग बदलना किसी गंभीर विकार का संकेत नहीं है।

quizzes_lightbulb_red
अपना ज्ञान परखेंएक क्वज़ि लें!
iOS ANDROID
iOS ANDROID
iOS ANDROID