इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी

इनके द्वाराJohn J. Chen, MD, PhD, Mayo Clinic
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया अक्टू. २०२२

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी में ऑप्टिक नाड़ी को रक्त की आपूर्ति के अवरोध के कारण उसकी क्षति होती है।

  • अवरोध धमनियों के शोथ के साथ (जिसे आर्टराइटिक कहते हैं, जो आम तौर से जायंट सेल आर्टराइटिस नामक एक विकार के हिस्से के रूप में होती है) या धमनियों के शोथ के बगैर (जिसे नॉन-आर्टराइटिक कहते हैं) हो सकता है।

  • एकमात्र स्थिर लक्षण होता है दृष्टि की दर्दरहित हानि, जो आम तौर से अचानक होती है।

  • डॉक्टर व्यक्ति के लक्षणों के आधार पर और एक ऑफ्थैल्मोस्कोप से व्यक्ति की आँख को देखकर निदान करते हैं।

  • जायंट सेल आर्टराइटिस का निदान करने के लिए रक्त परीक्षण और कभी-कभी टेम्पोरल धमनी के ऊतक की बायोप्सी की जाती है।

  • नॉन-आर्टराइटिक प्रकार का उपचार प्रभावी नहीं है।

  • आर्टराइटिक प्रकार का उपचार दृष्टि को बहाल नहीं करता है लेकिन अप्रभावित आँख की सुरक्षा करने में मदद कर सकता है।

(ऑप्टिक नाड़ी के विकारों का अवलोकन भी देखें।)

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी के कारण

आँख के भीतर ऑप्टिक नाड़ी के हिस्से को रक्त आपूर्ति के अवरोध के कारण ऑप्टिक नाड़ी की कोशिकाओं का कामकाज रुक सकता है और दृष्टि की हानि हो सकती है। यह दो प्रकार की हो सकती है: नॉन-आर्टराइटिक और आर्टराइटिक

नॉन-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी अधिक सामान्य है और आम तौर से 50 या उससे अधिक उम्र के लोगों में होती है। दृष्टि की हानि आम तौर से आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी जितनी गंभीर नहीं होती है। जोकिम कारकों में शामिल हैं संरचनात्मक रूप से कंजेस्टेड ऑप्टिक नाड़ी (कप और डिस्क के बीच छोटा अनुपात), उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मधुमेह, और एथरोस्क्लेरोसिस। अन्य जोखिम कारकों में शामिल हैं ऑबस्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया, कुछ दवाइयों का उपयोग (जैसे, अमियोडैरोन और संभवतः फास्फोडाईएस्टरेज़-इन्हिबिटिंग दवाइयाँ, जैसे कि सिल्डेनाफिल, जिसका उपयोग उत्थान में गड़बड़ी का उपचार करने के लिए किया जाता है), खून के थक्के बनने की प्रवृत्ति, और रात के समय निम्न रक्तचाप।

आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी आम तौर से 60 या उससे अधिक उम्र के लोगों में होती है। ऑप्टिक नाड़ियों को रक्त की आपूर्ति धमनियों के शोथ (आर्टराइटिस), सबसे उल्लेखनीय रूप से जायंट सेल आर्टराइटिस के कारण अवरुद्ध होती है।

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी के लक्षण

दृष्टि की हानि आम तौर से तेज गति से (मिनटों, घंटों, या दुर्लभ रूप से कुछ दिनों में) होती है, लेकिन दर्दरहित होती है। कारण पर निर्भर करते हुए, एक या दोनों आँखों की दृष्टि कमजोर हो सकती है। प्रभावित आँख या आँखों में दृष्टि लगभग सामान्य से लेकर पूर्ण दृष्टिहीनता तक हो सकती है।

जायंट सेल आर्टराइटिस वाले लोग अधिकतर वृद्ध होते हैं, और उनमें दृष्टि की हानि अधिक गंभीर हो सकती है। उन्हें चबाने पर जबड़े में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में पीड़ा और दर्द, तथा बालों को कंघी करने पर खोपड़ी में दर्द हो सकता है।

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी का निदान

  • दृष्टि के क्षेत्र की जाँच सहित, डॉक्टर द्वारा मूल्यांकन

  • जायंट सेल आर्टराइटिस के लिए, रक्त परीक्षण और बायोप्सी

  • कभी-कभी इमेजिंग या अन्य परीक्षण

निदान की प्रक्रिया में आवर्धक लेंसों वाले एक प्रकाश से आँखों के पिछवाड़े की जाँच (ऑफ्थैल्मोस्कोपी) तथा केंद्रीय और परिधीय दृष्टि की हानि को मापने के लिए दृष्टि के क्षेत्र की जाँच शामिल है। आँख के पिछवाड़े में ऑप्टिक नाड़ी का शीर्ष (ऑप्टिक डिस्क) सूजा हुआ होता है। कारण का निर्धारण करने के लिए यह तय करना आवश्यक है कि क्या व्यक्ति को ज्ञात जोखिम कारकों में से कोई विकार हैं।

यदि जायंट सेल आर्टराइटिस का संदेह है, तो रक्त परीक्षण किए जाते हैं और दृष्टि की अधिक हानि को रोकने के लिए तत्काल कॉर्टिकोस्टेरॉयड शुरू किए जाते हैं। निदान की पुष्टि करने के लिए टेम्पोरल धमनी के ऊतक का नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से जाँचा (बायोप्सी) जा सकता है। रक्त परीक्षण एरिथ्रोसाइट सेडिमेंटेशन दर (ईएसआर [ESR, erythrocyte sedimentation rate]), C-रिएक्टिव प्रोटीन स्तर, और कुछ प्रकार की रक्त कोशिकाओं के स्तरों का पता लगाते हैं (पूर्ण रक्त गणना)। इन परीक्षणों के परिणाम उस शोथ का संकेत दे सकते हैं जो जायंट सेल आर्टराइटिस की विशेषता है। यदि व्यक्ति को जायंट सेल आर्टराइटिस के कोई लक्षण नहीं हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऑप्टिक नाड़ी किसी ट्यूमर से संपीड़ित तो नहीं हो रही है, मस्तिष्क की मैग्नेटिक रेज़ोनैंस इमेजिंग (MRI) या कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी [CT, computed tomography]) की जा सकती है।

संभावित कारणों पर निर्भर करते हुए अन्य परीक्षणों की जरूरत पड़ सकती है। जैसे, यदि लोगों को ऑबस्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया के लक्षण हैं (जैसे कि दिन में अत्यधिक उनींदापन या खर्राटे भऱना), तो पॉलीसॉम्नोग्राफी की जा सकती है। यदि लोगों को खून के थक्के हैं, तो खून जमने के विकारों का निदान करने के लिए रक्त परीक्षण किए जा सकते हैं।

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी का पूर्वानुमान

नॉन-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी का कोई कारगर उपचार नहीं है। हालांकि, गैर-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी वाले लगभग एक तिहाई लोगों की दृष्टि में सहज रूप से आंशिक सुधार होता है। इस रोग में, एक ही आँख में लक्षणों का बार-बार होना दुर्लभ है, लेकिन 15 से 20% लोगों में दूसरी आँख प्रभावित होती है।

जायंट सेल आर्टराइटिस के कारण होने वाले आर्टराइटिक प्रकार में, दृष्टि की हानि आम तौर से नॉन-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी से अधिक होती है। कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स से तत्काल उपचार से खोई हुई दृष्टि बहाल नहीं होती है लेकिन अप्रभावित आँख सुरक्षित होती है। अपर्याप्त उपचार दूसरी आँख में दृष्टि की हानि को जोखिम को बढ़ाता है।

इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी का उपचार

  • नॉन-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी के लिए, एथरोस्क्लेरोसिस के जोखिम कारकों का नियंत्रण

  • जायंट सेल आर्टराइटिस के कारण होने वाली आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी के लिए, कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स और टोसिलिज़ुमैब

नॉन-आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी वाले लोगों में, दृष्टि की हानि को बहाल करने का उपचार बेअसर होता है। उपचार में रक्तचाप और मधुमेह नियंत्रित करने सहित, एथरोस्क्लेरोसिस के लिए जोखिम कारकों को कम करना शामिल है। अन्य कारणों, जैसे कि खून जमने के विकारों और ऑबस्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया, के उपचार की जरूरत भी पड़ सकती है।

जायंट सेल आर्टराइटिस के कारण होनेवाली आर्टराइटिक इस्कीमिक ऑप्टिक न्यूरोपैथी वाले लोगों में, दूसरी आँख में दृष्टि की हानि को रोकने के लिए यथा संभव शीघ्रता से मुंह और/या शिरा द्वारा उच्च खुराकों में कॉर्टिकोस्टेरॉयड दिए जाते हैं। हाल के दिनों में कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स में टोसिलिमुज़ैब (शोथ को कम करने वाली एक दवाई) जोड़ने से जायंट सेल आर्टराइटिस वाले लोगों में फायदा होता दर्शाया गया है।

मैग्निफायर, बड़े अक्षरों वाले उपकरण, और बोलने वाली घड़ियाँ (लो-विज़न उपादान) दृष्टि की हानि वाले लेगों की मदद कर सकते हैं।