ऑर्बिट के ट्यूमर

इनके द्वाराRichard C. Allen, MD, PhD, University of Texas at Austin Dell Medical School
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया जुल॰ २०२४

दुर्लभ रूप से, आँख के पीछे के ऊतक में कैंसरकारक (मैलिग्नैंट) या गैर-कैंसरकारक (बिनाइन) ट्यूमर होते हैं।

    (आँख के गड्ढे के विकारों का अवलोकन भी देखें।)

    ट्यूमर आँख के पीछे स्थित ऊतकों के अंदर बन सकते हैं या किसी आसपास के नेज़ल साइनस (नाक के पीछे स्थित हवा से भरी गुहा) से फैल सकते हैं। शरीर के अन्य भागों के कैंसरकारक ट्यूमर भी आँख के पीछे के ऊतकों में फैल (मेटास्टैसाइज़) सकते हैं।

    ये ट्यूमर आँख को आगे की ओर धकेल सकते हैं और उसे असामान्य रूप से फूला हुआ बना सकते हैं (जिसे प्रॉप्टोसिस कहते हैं)। दर्द, दोहरी दृष्टि, लटकी हुई पलक, और दृष्टि की हानि भी हो सकती है।

    ट्यूमर की छवि लेने और अन्य असामान्यताओं का अपवर्जन करने के लिए कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT) मैग्नेटिक रेज़ोनैंस इमेजिंग (MRI), या दोनों किए जाते हैं। आम तौर से, यह पता लगाने के लिए कि ट्यूमर किस प्रकार का है, माइक्रोस्कोप के नीचे जाँच करने के लिए एक नमूना लिया जाता है, और उपचार इन परिणामों पर निर्भर होता है।

    उपचार ट्यूमर के प्रकार पर निर्भर करता है। मामूली ट्यूमरों के उपचार में, ज़रूरत होने पर, दवाइयाँ, लेज़र थेरेपी, या सर्जरी करके निकालना शामिल हो सकता है। मैलिग्नैंट ट्यूमरों को सर्जरी से निकालने, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी, या इनके संयोजन की जरूरत हो सकती है।

    quizzes_lightbulb_red
    अपना ज्ञान परखेंएक क्वज़ि लें!
    मैनुअल'  ऐप को निः शुल्क डाउनलोड करेंiOS ANDROID
    मैनुअल'  ऐप को निः शुल्क डाउनलोड करेंiOS ANDROID
    अभी डाउनलोड करने के लिए कोड को स्कैन करेंiOS ANDROID