कैंसर का पनपना और फैलना

इनके द्वाराRobert Peter Gale, MD, PhD, DSC(hc), Imperial College London
द्वारा समीक्षा की गईJerry L. Spivak, MD; MACP, , Johns Hopkins University School of Medicine
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया संशोधित सित॰ २०२४
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घातक बदलाव वह जटिल प्रक्रिया है जिसके तहत कैंसर से प्रभावित कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं से पनपती हैं। इसके कई चरण हैं:

  • शुरूआत

  • वृद्धि यानी प्रमोशन

  • फैलाव

(कैंसर का विवरण भी देखें।)

शुरूआत

कैंसर होने का पहला चरण है शुरुआत होना, जिसमें कोशिका की आनुवंशिक सामग्री में होने वाला बदलाव (बदलाव) कोशिका को कैंसर से प्रभावित बनने के लिए तैयार करती है। कोशिका की आनुवंशिक सामग्री में बदलाव किसी रैंडम घटना के रूप में अचानक या किसी जीन में बदलाव के कारण हो सकता है या फिर किसी ऐसे पदार्थ के बाहरी संपर्क से हो सकता है जो कैंसर (कार्सिनोजन) का कारण बनता है।

कार्सिनोजन में अनेक रसायन, तंबाकू, वायरस, विकिरण और धूप शामिल हैं। हालांकि, सभी कोशिकाएं कार्सिनोजन के प्रति एक जैसे अतिसंवेदशील नहीं होती। और न ही कार्सिनोजन के संपर्क में आ चुके सभी लोगों को कैंसर होने वाला है। जोखिम अनेक घटकों पर निर्भर करता है, उदाहरण के लिए कार्सिनोजन की वह मात्रा जिससे व्यक्ति एक्सपोज़ हो चुका हो या कहीं व्यक्ति में किसी खास प्रकार के कैंसर के प्रति विरासत में ही पूर्वानुकूलता मौजूद हो।

वृद्धि यानी प्रमोशन

कैंसर पनपने का दूसरा और आखिरी चरण है वृद्धि यानी प्रमोशन। प्रमोशन करने वाले एजेंट, या प्रमोटर, पर्यावरण में मौजूद पदार्थ या (उदाहरण के लिए, बुजुर्ग पुरुषों में सेक्स इच्छा और ऊर्जा बढ़ाने वाले टेस्टोस्टेरॉन) सेक्स हार्मोन, जैसी कुछ दवाइयां भी हो सकती हैं। कार्सिनोजन के विपरीत, प्रमोटर स्वयं कैंसर का कारण नहीं होते। इसके बजाय, वे शुरुआत कर चुकी कोशिकाओं को कैंसर से प्रभावित होने देते हैं। प्रमोशन का उन कोशिकाओं पर कोई असर नहीं पड़ता जिनमें शुरुआत नहीं हुई हो।

कुछ कार्सिनोजन इतने बलशाली होते हैं कि उन्हें कैंसर रोग फैलाने के लिए प्रमोशन की ज़रूरत नहीं पड़ती। उदाहरण के लिए, आयनीकरण रेडिएशन (जिसे एक्स-रे अध्ययन में इस्तेमाल किया जाता है और जिसका उत्पादन परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और परमाणु बम विस्फोटों में किया जाता है) से विभिन्न कैंसर हो सकते हैं, खास तौर पर सार्कोमा, ल्यूकेमिया, थायरॉइड कैंसर और स्तन कैंसर।

फैलाव

कैंसर आसपास के ऊतकों को सीधे प्रभावित (नुकसान पहुंचा) कर सकता है या फिर दूर के ऊतकों या अंगों में भी फैल सकता है। कैंसर लिम्फ़ैटिक सिस्टम के ज़रिए फैल सकता है। विशेष रूप से कार्सिनोमा इस प्रकार से फैलते हैं। उदाहरण के लिए, स्तन कैंसर पहले कांख में मौजूद नज़दीकी लिंफ नोड को प्रभावित करता है, और बाद में शरीर के अन्य हिस्सों तक फैल जाता है। कैंसर रक्तप्रवाह के ज़रिए भी फैल सकता है। खासकर सार्कोमा इस प्रकार से फैलते हैं।

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