हैपेटिक ग्रेनुलोमस

इनके द्वाराDanielle Tholey, MD, Sidney Kimmel Medical College at Thomas Jefferson University
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मई २०२३

हैपेटिक ग्रैन्युलोमेटस कोशिकाओं के बहुत ही छोटे असामान्य गुच्छे होते हैं, जो लिवर में विकसित हो जाते हैं जब कुछ खास विकार मौजूद होते हैं या कुछ खास दवाएं ली जाती हैं।

(लिवर ट्यूमर का विवरण भी देखें।)

आमतौर पर ग्रैन्युलोमस अपने आप में कोई समस्या पैदा नहीं करते हैं, लेकिन उनके द्वारा होने वाले विकारों के कारण समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

ग्रैन्युलोमस के अनेक कारण होते हैं। सबसे आम हैं

लिवर विकार में ग्रैन्युलोमस कम घटित होते हैं, लेकिन ये प्राइमरी बाइलरी कोलेंजाइटिस में मौजूद हो सकते हैं।

ग्रैन्युलोमस उस समय बन सकते हैं जब प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं किसी इरिटेंट की प्रतिक्रिया स्वरूप एकत्रित होती हैं या उनके द्वारा शरीर की लिवर में मौजूद बाह्य तत्व से रक्षा की जाती है। आमतौर पर, लिवर कार्य अप्रभावित रहता है, हालांकि लिवर से संबंधित रक्त परीक्षण असामान्य हो सकते हैं। ग्रैन्युलोमस विस्तृत सूजन का हिस्सा बन सकते हैं, जो कि दवा या किसी संक्रमण से जुड़ी प्रतिक्रिया हो सकती है। यदि सूजन विस्तृत है, तो लिवर दुष्क्रिया कर सकता है। बहुत ही कम बार, सूजन के कारण स्कार ऊतक और उन शिराओं में उच्च ब्लड प्रेशर हो जाता है जो आंत से लिवर में रक्त ले कर आती हैं (जिसे पोर्टल हाइपरटेंशन कहा जाता है)।

हैपेटिक ग्रैन्युलोमस के लक्षण

खासतौर पर, ग्रैन्युलोमस के कोई लक्षण नहीं होते हैं। लिवर थोड़ा संवर्धित हो सकता है, और हलका पीलिया (त्वचा का रंग और आंखों के सफेद हिस्से का पीला हो जाना) हो सकता है। अन्य लक्षण, यदि विकसित होते हैं, उस विकार के कारण उत्पन्न होते हैं, जो ग्रैन्युलोमस के कारण होता है। सार्कोइडोसिस के कारण होने वाले ग्रैन्युलोमस तत्काल दूर हो सकते हैं अथवा बिना कोई उल्लेखनीय लक्षणों के वर्षों तक बने रह सकते हैं।

आइडियोपैथिक ग्रैन्युलोमेटस हैपेटाइटिस अज्ञात कारण की वजह से होने वाला बहुत ही कम बार होने वाला विकार है। इसमें ग्रैन्युलोमस, बुखार, मांसपेशी में दर्द तथा थकान पैदा हो जाती है। फिर ये लक्षण वर्षों तक बीच-बीच में हो सकते हैं।

हैपेटिक ग्रैन्युलोमस का निदान

  • लिवर इमेजिंग परीक्षण

  • कभी-कभी लिवर बायोप्सी

डॉक्टर दवा के इस्तेमाल और अन्य विकारों के बारे में पूछते हैं, जिनके कारण ग्रैन्युलोमस हो सकते हैं। डॉक्टर लिवर का मूल्यांकन करने के लिए रक्त परीक्षण तथा इमेजिंग परीक्षण जैसे अल्ट्रासोनोग्राफ़ी, कंप्यूटेड टोमोग्राफ़ी (CT), या मैग्नेटिक रीसोनेंस इमेजिंग (MRI) भी करते हैं। लेकिन, परिणाम अनिर्णायक हो सकते हैं। निदान की पुष्टि के लिए बायोप्सी (माइक्रोस्कोप में देखने के लिए लिवर ऊतक के छोटे नमूने को सुई से निकालना) की आवश्यकता हो सकती है।

अन्य परीक्षण, जैसे कल्चर की कारण की पहचान करने के लिए ज़रूरत हो सकती है।

हैपेटिक ग्रैन्युलोमस का उपचार

  • अंतर्निहित विकार का उपचार

  • सार्कोइडोसिस के लिए कभी-कभी कॉर्टिकोस्टेरॉइड

अंतर्निहित विकार का उपचार किया जाता है। उस दवा को बंद करना जिसकी वजह से ग्रैन्युलोमस हो सकता है या ग्रैन्युलोमस का कारण बनने वाले संक्रमण का उपचार करने से यह ठीक हो जाता है।

कभी-कभी सार्कोइडोसिस का उपचार करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या इनके कारण विकार की प्रगति की रोकथाम होती है, यह अनिश्चित है।

अधिक जानकारी

निम्नलिखित अंग्रेजी-भाषा संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इस संसाधन की विषयवस्तु के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।

  1. American Liver Foundation: सामुदायिक शिक्षण प्रोग्रामों का आयोजन करता है जिससे लिवर के रोग के सभी पहलुओं और कल्याण के बारे में विवरण प्रदान किया जाता है। साथ ही सहायता समूहों को ऐक्सेस प्रदान करता है, चिकित्सक को खोजने से संबंधित जानकारी, तथा चिकित्सालीय परीक्षणों में भागीदारी के अवसरों की जानकारी प्रदान करता है।