IPEX सिंड्रोम

इनके द्वाराJennifer M. Barker, MD, Children's Hospital Colorado, Division of Pediatric Endocrinology
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया अप्रै. २०२३

    IPEX सिंड्रोम आनुवंशिक ऑटोइम्यून विकार है जो बहुत कम होता है, इससे तमाम एंडोक्राइन ग्लैंड (होर्मोन का उत्पान करने वाली) खराब हो जाती हैं और आंत में जलन होती है।

    (पॉलीग्लेंड्युलर डिफ़िशिएंसी सिंड्रोम भी देखें।)

    एंडोक्राइन ग्लैंड वे अंग हैं, जो एक या विशेष तरह के हार्मोन से निकलती हैं। IPEX सिंड्रोम का संबंध एक ऑटोइम्यून रिएक्शन से हो सकता है, जिसमें शरीर के इम्यून की रक्षा करने वाले तत्व शरीर की ही कोशिकाओं पर गलती से हमला करने लगते हैं।

    यह विकार एक बहुत ही सामान्य लक्षण है जो प्रभावित लोगों में होता है। IPEX से अर्थ है

    इसका मुख्य प्रभाव ज़्यादातर लड़कों पर होता है, क्योंकि यह विकार एक X-लिंक्ड रिसेसिव जीन के ज़रिए होता है। खराब जीन X क्रोमोसोम पर पहुंच जाते हैं, जो सेक्स क्रोमोसोम में से एक है। लड़कियों में दो X क्रोमोसोम होते हैं, इसलिए अगर एक X क्रोमोसोम में कोई खराब जीन हो, तो लड़की में अभी भी दूसरा X क्रोमोसोम किसी सक्रिय जीन के साथ होता है। लड़कों में सिर्फ़ एक X क्रोमोसोम होता है, इसलिए अगर उनमें कोई खराब जीन अपनी माँ से आनुवंशिक रूप आ जाता है, तो उनमें विकार उत्पन्न हो जाता है।

    IPEX सिंड्रोम से लसीका ग्रंथि, टासिंल, एडेनॉयड्स और स्प्लीन, टाइप 1 डायबिटीज मैलिटस, त्वचा पर लाल चकत्ते (एक्ज़ीमा), फ़ूड एलर्जी और इंफेक्शन बुरी तरह से बढ़ जाते हैं। एंट्रोपैथी से लगातार डायरिया होता रहता है।

    बच्चे के लक्षणों और शारीरिक जाँच के दौरान मिलने वाले नतीजों के आधार पर निदान का सुझाव दिया जाता है। निदान को सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर आनुवंशिक परीक्षणों का इस्तेमाल करते हैं। खराब जीन वाले लड़कों के परिवार के सदस्यों को भी आनुवंशिक जांच के लिए कहा जा सकता है।

    अगर IPEX सिंड्रोम का इलाज नहीं किया जाता है, तो आमतौर पहले साल में ही जान का खतरा हो जाता है। स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन से जीवन को बढ़ाया जा सकता है और ऑटोइम्यून स्थितियों के लक्षणों में कमी लाई जा सकती है।