पायोजेनिक ग्रेनुलोमा

इनके द्वाराDenise M. Aaron, MD, Dartmouth Geisel School of Medicine
द्वारा समीक्षा की गईJoseph F. Merola, MD, MMSc, UT Southwestern Medical Center
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया संशोधित अग॰ २०२५
v8576697_hi

पायोजेनिक ग्रैन्युलोमा गैर-कैंसर-रहित (मामूली) मांसल, नम या क्रस्टयुक्त, लाल या लाल-भूरे रंग की उभरी हुई गांठें होती हैं, जो केशिकाओं (छोटी रक्त वाहिकाओं) के अधिक बढ़ने और आसपास के ऊतक में सूजन के कारण बनती हैं।

(त्वचा वृद्धियों का संक्षिप्त विवरण और वाहिकाओं की वृद्धियों और अपरचनाओं का संक्षिप्त विवरण भी देखे।)

उभार तेज़ी से विकसित होता है, आमतौर पर त्वचा को चोट पहुंचने के बाद (कभी-कभी चोट लगने का पता नहीं चलता है)। अज्ञात कारणों से, गर्भावस्था के दौरान भी पायोजेनिक ग्रैन्युलोमा विकसित हो सकते हैं, जो मसूड़ों पर भी दिखाई दे सकते हैं (जिन्हें गिंगिवल प्रेग्नेंसी ट्यूमर कहा जाता है)।

पायोजेनिक ग्रेन्युलोमा आमतौर पर ¼ से ¾ इंच (लगभग 0.5 से 2 सेंटीमीटर) चौड़े होते हैं और त्वचा की सतह से उठे हुए होते हैं। उनमें तकलीफ़ नहीं होती है पर उनसे कुछ टकराने या खरोंच लगने पर आसानी से रक्त बहने लगता है, क्योंकि वे लगभग पूरी तरह से कैपिलरी से बने होते हैं।

पायोजेनिक ग्रेन्युलोमा का निदान करने के लिए डॉक्टर ऊतक का एक नमूना निकालकर उसे जांच (बायोप्सी) के लिए लैबोरेटरी भेजते हैं, ताकि पक्का हो सके कि वह वृद्धि किसी प्रकार का त्वचा कैंसर नहीं है।

पायोजेनिक ग्रेन्युलोमा कभी-कभी अपने-आप चले जाते हैं। अगर वे बने रहें, तो डॉक्टर आमतौर पर उन्हें सर्जरी से या इलेक्ट्रिक नीडिल (इलेक्ट्रोडेसिकेशन) से निकाल देते हैं। कभी-कभी पायोजेनिक ग्रेन्युलोमा इलाज के बाद दोबारा हो जाते हैं।

quizzes_lightbulb_red
अपना ज्ञान परखेंएक क्वज़ि लें!
iOS ANDROID
iOS ANDROID
iOS ANDROID