ग्लैंड में हार्मोन बनता है और निकलता है।
हार्मोन ऐसे रसायन होते हैं, जो दूसरी कोशिकाओं या ऊतकों को काम करने के लिए स्टिम्युलेट करते हैं। हार्मोन आपके ब्लड में होते हैं, इसलिए वे आपके शरीर में घूमते हैं। इनसे एक समय पर एक से ज़्यादा अंगों पर असर पड़ सकता है।
आपकी 2 एड्रिनल ग्रंथियां होती हैं, हर किडनी के ऊपर 1। एड्रिनल ग्रंथियां कई अलग-अलग हार्मोन स्त्रावित करती हैं जो कि ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कन, पानी और नमक का संतुलन, तनाव के लिए प्रतिक्रिया और कुछ पुरुष के यौन विशेषताओं को नियंत्रित करते हैं।
एडिसन रोग क्या होता है?
एडिसन रोग में, एड्रिनल ग्रंथियां पर्याप्त एड्रिनल हार्मोन नहीं बनाती।
एडिसन रोग तब होता है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपकी एड्रिनल ग्रंथियों पर हमला करती है
लक्षण धीरे-धीरे दिखने लगते हैं
आपको हर समय कमज़ोरी और थकान महसूस होगी और खड़े होने पर चक्कर आने जैसा महसूस होगा
कई हिस्सों पर आपकी त्वचा का रंग गहरा हो सकता है, जैसे कि असमान टैन होना
डॉक्टर आपको उन हार्मोन की पूर्ति करने के लिए दवा देते हैं जो मौजूद नहीं हैं
आपको वे हार्मोन ज़िंदगी भर लेने पडेंगे
एडिसन रोग क्यों होता है?
एडिसन रोग आमतौर पर आपकी एड्रिनल ग्रंथि में किसी समस्या की वजह से होता है, जिनमें ये शामिल हैं:
एक ऑटोइम्यून विकार, जिसमें आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आपकी एड्रिनल ग्रंथियों पर हमला करती है
एड्रिनल्स का कैंसर
एड्रिनल्स का इंफ़ेक्शन, जैसे कि ट्यूबरक्लोसिस
कुछ एडिसन रोग पिट्यूटरी ग्रंथि में किसी समस्या की वजह से होते हैं। आपकी पिट्यूटरी ग्रंथि कई हार्मोन स्त्रावित करती है, जिसमें वह हार्मोन शामिल है जो एड्रिनल ग्रंथियों को उसके हार्मोन बनाने के लिए उत्तेजित करता है। अगर आपकी पिट्यूटरी ग्रंथि पूरी तरह सक्रिय नहीं है, तो आपकी एड्रिनल ग्रंथियां हार्मोन बनाना बंद कर सकती हैं।
एडिसन रोग के लक्षण क्या होते हैं?
एडिसन रोग के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और उनमें आमतौर पर ये शामिल होते हैं:
कमज़ोरी और थकान महसूस होना
खड़े होने पर चक्कर आना
भूख नहीं लगना
अपना पेट खराब महसूस होना या उल्टी आना
दस्त लगना
कभी-कभी आपको ये समस्याएं भी हो सकती हैं:
त्वचा का रंग गहरा होना
आपके चेहरे और कंधों पर काली झाइयां
मुंह, मलाशय या वेजाइना पर गहरे नीले धब्बे
एड्रिनल क्राइसिस क्या होती है?
एडिसन रोग के अचानक गंभीर, जानलेवा हो जाने को एड्रिनल क्राइसिस कहते हैं। यह एक मेडिकल आपातकालीन अवस्था है।
आपका शरीर एड्रिनल हार्मोन बनाता है, ताकि गंभीर चोट या बीमारी के जैसे तनाव पर प्रतिक्रिया कर सके। एड्रिनल हार्मोन की मात्रा पर्याप्त न होने पर, चोट या बीमारी आपके शरीर पर तनाव बनाती है और इससे एड्रिनल क्राइसिस हो सकती है। आपको ये समस्याएं हो सकती हैं:
पेट में गंभीर दर्द
मांसपेशियों में बहुत ज़्यादा कमजोरी आ सकती है
बहुत ही कम ब्लड प्रेशर
डॉक्टर को कैसे पता चलता है कि मुझे एडिसन रोग है?
डॉक्टर इन चीज़ों को मापने के लिए ब्लड टेस्ट करते हैं:
सोडियम और पोटेशियम लेवल
एड्रिनल और पिट्यूटरी हार्मोन लेवल
कभी-कभी डॉक्टर आपको पिट्यूटरी हार्मोन का इंजेक्शन लगाते हैं, ताकि यह देख सकें कि क्या एड्रीनल ग्रंथियां उन पर प्रतिक्रिया करती हैं या नहीं।
डॉक्टर एडिसन रोग का इलाज कैसे करते हैं?
डॉक्टर आपको ये प्रिस्क्राइब करते हैं:
एड्रिनल हार्मोन के 2 प्रकार
आपको अतिरिक्त एड्रिनल हार्मोन लेने की ज़रूरत तब होती है, जब आप बीमार पड़ते हैं।
अगर आपको एड्रिनल क्राइसिस हो, तो आपको इन चीज़ों की ज़रूरत पड़ेगी:
IV फ़्लूड (सीधा आपकी शिरा में)
एड्रिनल हार्मोन की बड़ी IV खुराक
डॉक्टर आपको इन चीज़ों को हर समय अपने पास रखने की सलाह देते हैं:
एक कार्ड या ब्रेसलेट जिसपर लिखा हो कि आपको एडिसन रोग है और आपकी दवाओं की सूची हो
अचानक तनाव होने की स्थितियों के लिए हाइड्रोकॉर्टिसोन का टीका