हार्ट फेल्यूर का उपचार करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाइयाँ

दवा

टिप्पणियाँ*

एल्डोस्टेरोन एंटागोनिस्ट

एप्लेरेनोन

स्पाइरोनोलैक्टोन

ये दवाइयाँ हार्मोन एल्डोस्टेरोन, जो नमक और तरल के प्रतिधारण को प्रोत्साहित करता है और हृदय पर प्रत्यक्ष प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, की क्रिया को अवरुद्ध करती हैं।

दोनों पोटैशियम-स्पेयरिंग मूत्रवर्धक हैं तथा उत्तरजीविता में सुधार और अस्पताल में भर्ती में कमी करती हैं।

एप्लेरोनोन से स्पाइरोनोलैक्टोन की तुलना में पुरुषों में स्तन की कोमलता या आकार में वृद्धि होने की संभावना कम होती है।

एंजियोटेंसिन-कन्व्हर्टिंग एंज़ाइम (एसीई) इनहिबिटर

कैप्टोप्रिल

इनैलैप्रिल

लिसिनोप्रिल

पेरिंडोप्रिल

क्विनाप्रिल

रैमिप्रिल

ट्रैंडोप्रिल

ACE इन्हिबिटर्स रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करते हैं, जिससे हृदय के द्वारा किए जाने वाले काम की मात्रा में कमी होती है।

वे हृदय पर प्रत्यक्ष लाभदायक प्रभाव भी डाल सकते हैं।

ये दवाइयाँ हार्ट फेल्यूर के उपचार की बुनियाद हैं।

वे लक्षणों को और अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत को कम करती हैं, और जीवनकाल में वृद्धि करती हैं।

एंजियोटेन्सिन II रिसेप्टर ब्लॉकर्स

कैंडीसार्टान

लोसार्टन

वैल्सार्टान

एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर ब्लॉकर के प्रभाव ACE इन्हिबिटर्स के प्रभावों के समान ही होते हैं और उन्हें बेहतर रूप से बर्दाश्त किया जाता है।

उनका उपयोग ऐसे लोगों में किया जा सकता है जो ACE इन्हिबिटर नहीं ले सकते हैं।

एंजियोटेंसिन रिसेप्टर/नेप्रिलाइसिन इन्हिबिटर

वैल्सार्टान और सैक्यूबिट्रिल

संयोजन दवाई को हल्के या मध्यम लक्षणों वाले सिस्टॉलिक हार्ट फेल्यूर से ग्रस्त लोगों को दिया जा सकता है। इन लोगों में, यह संयोजन दवाई ACE इन्हिबिटर के अकेले उपयोग से बेहतर ढंग से जीवनकाल में वृद्धि करती है।

लोगों को वैल्सार्टान/सेक्युबिट्रिल शुरू करने से कम से कम 36 घंटे पहले ACE इन्हिबिटर्स लेना बंद कर देना चाहिए।

बीटा ब्लॉकर्स

बाइसोप्रोलॉल

कार्वेडिलॉल

मेटोप्रोलॉल

बीटा-ब्लॉकर्स हदय दर को धीमा करते हैं और हृदय को अत्यधिक उत्तेजित होने से रोकते हैं।

इन दवाइयों का उपयोग आमतौर पर ACE इन्हिबिटर्स के साथ किया जाता है और अतिरिक्त लाभ प्रदान करती हैं।

वे लक्षणों को अस्थायी रूप से बदतर कर सकती हैं लेकिन हृदय की कार्यशीलता में दीर्घावधि सुधार प्रदान करती हैं।

कार्डियक ग्लाइकोसाइड

डाइजोक्सिन

डिगॉक्सिन जैसे कार्डियक ग्लाइकोसाइड एट्रियल फिब्रिलेशन वाले लोगों में प्रत्येक धड़कन की ताकत को बढ़ाते हैं और हृदय की दर को मंद करते हैं।

गुआनाइलेट साइक्लेज़ स्टिम्युलेटर

वेरिसिगुएट

हृदय के दायें पार्श्व से फेफड़ों को रक्त ले जाने वाली धमनी को चौड़ा करती है

लूप डाइयूरेटिक्स

ब्यूमेटानाइड

एथाक्राइनिक एसिड

फ़्यूरोसेमाइड

टॉर्सेमाइड

ये मूत्रवर्धक दवाइयाँ नमक और पानी को हटाने में गुर्दों की मदद करती हैं, जिससे रक्तधारा में तरल की मात्रा कम हो जाती है।

पोटैशियम-स्पेयरिंग मूत्रवर्धक

अमीलोराइड

ट्रायैमटेरीन

क्योंकि ये मूत्रवर्धक दवाइयाँ पोटशियम की हानि की रोकथाम करती हैं, इसलिए उन्हें थायाज़ाइड या लूप मूत्रवर्धक के अलावा दिया जा सकता है, जिनके कारण पोटैशियम की हानि होती है।

स्पाइरोनोलैक्टोन और एप्लेरेनोन पोटैशियम-स्पेयरिंग मूत्रवर्धक दवाइयाँ हैं जो एल्डोस्टेरोन रिसेप्टर ब्लॉकर भी हैं।

साइनस नोड इन्हिबिटर

इवाब्रैडीन

इवाब्रैडीन का उपयोग सिस्टॉलिक हार्ट फेल्यूर वाले कुछ लोगों में किया जा सकता है।

सोडियम-ग्लूकोज कोट्रांसपोर्टर-2 इन्हिबिटर्स

मधुमेह की ये दवाइयाँ हार्ट फेल्यूर में भी लाभदायक हैं भले ही लोगों को मधुमेह हो या न हो

डैपाग्लिफ्लोज़िन

आमतौर से निम्न रक्तचाप या गुर्दे की खराबी वाले लोगों में उपयोग नहीं की जाती है

एम्पाग्लिफ्लोज़िन

आमतौर से निम्न रक्तचाप या गुर्दे की खराबी वाले लोगों में उपयोग नहीं की जाती है

थायाज़ाइड या थायाज़ाइड-जैसी मूत्रवर्धक दवाइयाँ

क्लोरथैलिडोन

हाइड्रोक्लोरथायाज़ाइड

इंडापामाइड

मेटोलैज़ोन

इन मूत्रवर्धक दवाइयों के प्रभाव लूप मूत्रवर्धक दवाइयों के समान हैं। ये दोनों प्रकार के मूत्रवर्धक एक साथ इस्तेमाल करने पर खास तौर से प्रभावी होते हैं।

ओपिओइड

मॉर्फीन

मॉर्फीन अक्यूट पल्मोनरी एडीमा जैसी चिकित्सीय इमरजेंसी में व्यग्रता से राहत दिलाने के लिए दी जा सकती है।

सावधानीपूर्वक देखरेख करना आवश्यक है।

वैसोडाइलेटर्स

हाइड्रैलेज़ीन

आइसोसॉर्बाइड डाइनाइट्रेट

नाइट्रोग्लिसरीन

वैसोडाइलेटर दवाइयाँ रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करती हैं।

ये वैसोडाइलेटर दवाइयाँ आमतौर से उन लोगों को दी जाती हैं जो ACE इन्हिबिटर या एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर ब्लॉकर नहीं ले सकते हैं।

नाइट्रोग्लिसरीन खास तौर से हार्ट फेल्यूर और एंजाइना वाले लोगों में और उन लोगों में उपयोगी है जिन्हें अक्यूट हार्ट फेल्यूर है

हाइड्रैलेज़ीन और नाइट्रेट दवाइयों का संयोजन, खास तौर से अफ्रीकी मूल के लोगों में प्रभावी दर्शाया गया है

* ACE इन्हिबिटर्स, एंजियोटेन्सिन II रिसेप्टर ब्लॉकर्स, डाइयूरेटिक, और बीटा-ब्लॉकर्स के चुनिंदा दुष्प्रभाव एंटीहाइपरटेंसिव दवाएँ टेबल में सूचीबद्ध हैं।