डेमेंशिया से पीड़ित लोगों के लिए एक लाभकारी परिवेश बनाना

डेमेंशिया से पीड़ित लोग ऐसे वातावरण से लाभान्वित हो सकते हैं जहां निम्नलिखित फ़ीचर्स हों:

  • सुरक्षित: आमतौर पर अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की ज़रूरत पड़ती है। मिसाल के तौर पर, बड़े साइन को सुरक्षा संबंधी अनुस्मारक के रूप में लगाया जा सकता है (जैसे “स्टोव को बंद करना याद रखें”), या स्टोव या बिजली के उपकरणों पर टाइमर लगाए जा सकते हैं। कार की चाबी छिपा कर रखने से दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है और दरवाज़ों पर डिटेक्टर लगाने से उन्हें कहीं इधर-उधर निकल जाने से रोका जा सकता है। अगर कहीं इधर-उधर निकल जाना समस्या है, तो पहचान के लिए ब्रेसलेट या गले में हार उपयोगी होता है।

  • परिचित: डेमेंशिया से पीड़ित लोग आमतौर पर परिचित परिवेश में बेहतर काम करते हैं। किसी नए घर या शहर में जाने, फर्नीचर को फिर से व्यवस्थित करने या नई पेंटिंग करने से भी परेशानियां हो सकती हैं।

  • स्थिर: नहाने, खाने, सोने और अन्य गतिविधियों के लिए नियमित दिनचर्या स्थापित करने से डेमेंशिया से पीड़ित लोगों को स्थिरता का एहसास हो सकता है। एक ही आदमी के साथ नियमित संपर्क भी मददगार हो सकता है।

  • अनुकूलन में सहायता के लिए योजना बनाना: एक बड़ा दैनिक कैलेंडर, बड़ी संख्याओं वाली घड़ी, रेडियो, बेहतर रोशनी वाले कमरे और नाइट-लाइट अनुकूलन में मदद कर सकती है। इसके अलावा, परिजन या देखरेख करने वाले डेमेंशिया से पीड़ित लोगों को बार-बार याद दिलाते रह सकते हैं कि वे कहां हैं और क्या चल रहा है।