स्तनपान करवाने के लिए शिशु की पोजीशन तय करना
स्तनपान करवाने के लिए शिशु की पोजीशन तय करना
स्तनपान करवाने के लिए शिशु की पोजीशन तय करना

मां, एक सुविधाजनक, विश्रामावस्था में बैठ या लेट जाती है। वह बैठ सकती है या लगभग सीधी लेट सकती है और वह शिशु को अलग-अलग तरह से पकड़ सकती है। मां को उस पोजीशन का पता लगाना चाहिए जिसमें वह और शिशु सहज महसूस करते हैं। वह विभिन्न पोजीशन्स को बदल सकती है।

एक आम पोजीशन है कि शिशु को गोद में बैठाया जाए, ताकि शिशु मां के सामने हो, और एक दूसरे को पेट का स्पर्श मिलता रहे। जब शिशु बाएं स्तन से दूध पी रहा हो तो माँ अपने शिशु के सिर और गर्दन को अपने बाएं हाथ से सहारा देती है, और जब बच्चा दाएं स्तन से दूध पी रहा हो तो अपने दाएं हाथ से। शिशु को स्तन के स्तर तक लाया जाता है, न कि स्तन को शिशु तक ले जाया जाता है। मां और शिशु के लिए सहारा महत्वपूर्ण होता है। मां के पीठ के पीछे या उसकी बाजू के नीचे सिरहाने को रखा जा सकता है। मां द्वारा अपने पैरों को फुटस्टूल या कॉफी टेबल पर टिकाने से वह शिशु के ऊपर बहुत अधिक झुकने से बच सकती है। नीचे की तरफ झुकने से उसकी पीठ पर खिंचाव हो सकता है और पकड़ भी मज़बूत नहीं रहती है। ज़्यादा सहारे के लिए शिशु के नीचे एक सिरहाना या फ़ोल्ड किया हुआ कंबल रखा जा सकता है।

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