रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) वैक्सीन रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करती है, जो श्वसन तंत्र के संक्रमण का एक बहुत ही आम कारण है, खासकर बच्चों में।
RSV वैक्सीन गर्भवती महिलाओं को शिशुओं को RSV संक्रमण से बचाने के लिए और 60 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों को RSV संक्रमण से बचाने के लिए अनुशंसित है, क्योंकि इन समूहों के लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है।
(इम्युनाइज़ेशन का विवरण भी देखें।)
वैक्सीन का प्रकार
3 RSV वैक्सीन हैं:
गैर-सहायक RSV वैक्सीन
सहायक RSV वैक्सीन
गैर-सहायक mRNA-आधारित RSV वैक्सीन
सहायक RSV वैक्सीन में एक अतिरिक्त रसायन होता है जो एक मजबूत और लंबी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करके इसकी प्रभावशीलता को बढ़ाता है। गैर-सहायक वैक्सीन में अतिरिक्त रसायन नहीं होते हैं, लेकिन वे सीधे ग्लाइकोप्रोटीन या RSV से प्राप्त अन्य आनुवंशिक सामग्री का उपयोग करते हैं, इसलिए वे RSV संक्रमण के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करते हैं।
RSV वैक्सीन की खुराक और सुझाव
किसी भी RSV वैक्सीन को एक मांसपेशी में 1 इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है।
ऐसे लोग, जिन्हें यह वैक्सीन लगवानी चाहिए
अमेरिका के अधिकांश महाद्वीपीय क्षेत्रों में, सितंबर से जनवरी के महीनों के दौरान 32 से 36 सप्ताह की गर्भवती महिलाओं के लिए गैर-सहायक RSV वैक्सीन उपयुक्त है। हालांकि, कुछ स्थानों (उदाहरण के लिए, हवाई, अलास्का और फ्लोरिडा के कुछ हिस्सों) में, टीकाकरण का समय उस समय के आधार पर भिन्न हो सकता है जब उस स्थान पर RSV फैलता है। जो दोबारा गर्भवती हो जाती हैं और जिन्हें पिछली गर्भावस्था के दौरान पहले ही वैक्सीन लग चुकी है, उन्हें दूसरी खुराक की आवश्यकता नहीं है। गर्भावस्था के दौरान टीका दिए जाने से नवजात को जन्म के बाद लगभग 6 महीनों के लिए RSV से संरक्षित रखने में मदद मिलती है क्योंकि सुरक्षा करने वाले एंटीबॉडीज गर्भनाल के माध्यम से माँ से भ्रूण को हंस्तांतरित हो जाते हैं। यह वैक्सीन ऐसे लोगों को भी दी जानी चाहिए, जो पहले से RSV से संक्रमित रहे हों।
सभी 3 RSV वैक्सीन 75 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी वयस्कों और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के कुछ वयस्कों के लिए अनुशंसित हैं। इन आयु समूहों के लिए, वैक्सीन लगवाने का निर्णय किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से चर्चा के बाद लिया जाना चाहिए। विशेष रूप से, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्क, जिन्हें वैक्सीन से लाभ मिलने की सबसे अधिक संभावना है, वे लोग हैं जिन्हें गंभीर RSV रोग का अधिक जोखिम माना जाता है, जिनमें निम्नलिखित जैसी क्रोनिक चिकित्सा स्थितियों वाले लोग भी शामिल हैं:
फेफड़े की बीमारी
कार्डियोवैस्कुलर रोग
न्यूरोलॉजिक या न्यूरोमस्कुलर स्थितियां
गुर्दा विकार
लिवर के विकार
रक्त के विकार
मधुमेह
मध्यम या गंभीर प्रतिरक्षाविहीनता (किसी चिकित्सीय स्थिति के कारण या प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर करने वाली दवाओं या उपचारों के कारण)
जो लोग कमजोर हैं, 75 वर्ष या अधिक उम्र के हैं, या जो नर्सिंग होम या अन्य दीर्घकालिक देखभाल सुविधाओं में रहते हैं, उनको भी गंभीर RSV संक्रमण का उच्च जोखिम होता है।
ऐसे लोग, जिन्हें यह वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए
जिन लोगों को किसी भी वैक्सीन के किसी भी घटक से गंभीर, जानलेवा एलर्जिक प्रतिक्रिया (जैसे कि एनाफ़ाइलेक्टिक प्रतिक्रिया) हुई हो, उन्हें वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए।
अगर लोगों को अस्थायी बीमारी है, तो डॉक्टर आमतौर पर बीमारी के हल होने तक टीका देने के लिए इंतज़ार करते हैं।
RSV वैक्सीन के दुष्प्रभाव
RSV वैक्सीन के दुष्प्रभावों में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और जोड़ों में अकड़न शामिल हैं।
दुष्प्रभावों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, पैकेज इंसर्ट्स देखें।
अधिक जानकारी
निम्नलिखित अंग्रेजी भाषा के संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इन संसाधनों की सामग्री के लिए मैन्युअल उत्तरदायी नहीं है।
Centers for Disease Control and Prevention (CDC): RSV वैक्सीन जानकारी का विवरण
रोग बचाव और नियंत्रण का यूरोपीय केंद्र (ECDC): RSV: अनुशंसित टीकाकरण
