HealthDay
स्वस्थ रहन - सहन

जिन्क्गो

इनके द्वाराLaura Shane-McWhorter, PharmD, University of Utah College of Pharmacy
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया जन. २०२२

जिन्क्गो क्या होता है?

जिन्क्गो, जिन्क्गो पेड़ की पत्तियों से मिलता है (आमतौर पर सजाने के लिए लगाया जाता है)। पत्तियों में कई जैविक रूप से सक्रिय पदार्थ होते हैं, जैसे जिन्कगोलाइड्स और फ़्लेवोनोइड्स। जिन्क्गो आमतौर पर सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला हर्बल सप्लीमेंट है।

जिन्क्गो के पेड़ का फल बदबूदार होता है इसलिए इसे जिन्क्गो के उत्पाद में इस्तेमाल नहीं किया जाता। फलों का गूदा, मादा जिन्क्गो के पेड़ों में पाया जाता है, इसके संपर्क में आने से त्वचा में गंभीर सूजन (डर्माटाईटिस) हो सकती है। इसके फल के बीज ज़हरीले होते हैं और इनके सेवन से सीज़र्स आ सकते हैं और बड़ी मात्रा में लेने पर मृत्यु भी हो सकती है। कभी-कभी खराब गुणवत्ता वाला जिन्क्गो बनाने के लिए कम खर्चीली सामग्री का उपयोग किया जाता है जो उपभोक्ताओं को ज़्यादा पसंद आ सकता है। सभी जांचों से खराब गुणवत्ता वाले उत्पाद का पता नहीं लग पाता, इसलिए ऐसे उत्पाद अभी भी उपलब्ध हो सकते हैं।

(डाइटरी सप्लीमेंट का विवरण भी देखें।)

जिन्क्गो के बारे में क्या दावे किए जाते हैं?

जिन्क्गो, (प्लेटलेट्स) खून में मौजूद कण की, जो खून के रिसाव को रोकने में मदद करते हैं, थक्का बनने की सामान्य प्रवृत्ति को कम करता है, रक्त वाहिकाओं को फैलाता है (जिससे रक्त के बहाव में सुधार होता है) और सूजन को कम करता है। लोग कई कारणों से जिन्क्गो लेते हैं, जैसे कि, पैरों में धमनियों की एथेरोस्क्लेरोटिक वैस्कुलर डिजीज (पेरिफ़ेरल आर्टेरियल डिजीज) होने पर निचले पैरों में खून के बहाव को सुधारने के लिए; डिमेंशिया (जैसा कि अल्जाइमर रोग में होता है), टाइप 2 डायबिटीज, बढ़ती उम्र के साथ होने वाले मेक्यूलर डिजनरेशन होने (आँखों की एक बीमारी), कानों में घंटी बजने (टिनीटस), और ऊंचाई पर चढ़ने से रोगग्रस्त महसूस होने; की समस्या का इलाज करने के लिए, और साथ ही, साइक्लोस्पोरिन नाम की दवा की वजह से किडनी में ज़हरीलापन होने से रोकने में मदद करने के लिए भी लेते हैं।

क्या जिन्क्गो से कोई फ़ायदा होता है?

वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि जिन्क्गो से पेरिफ़ेरल आर्टेरियल डिजीज वाले लोगों को लाभ होता है, हालांकि ये लाभ मामूली होते हैं। जिन लोगों को चलने में दर्द होता है वे जिन्क्गो की मदद से ज़्यादा दूर तक बिना दर्द महसूस किए चल सकते हैं।

एक बड़े पैमाने पर किए क्लिनिकल ट्रायल के निष्कर्षों के आधार पर डिमेंशिया के रोगियों के लिए किसी कारगर लाभ की संभावना कम ही लगती है। इस क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया कि जिन्क्गो बुज़ुर्गों में डिमेंशिया और अल्जाइमर रोग के विकास को कम करने में बेअसर था। हालांकि, अन्य अध्ययन दर्शाते हैं कि जब पर्याप्त मात्रा में और 5 महीने से अधिक समय तक जिन्क्गो लिया जाता है, तो हल्के से मध्यम डिमेंशिया वाले लोगों में मानसिक और सामाजिक कार्यशीलता को अस्थायी तौर पर स्थिर करने में मदद मिल सकती है।

अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के लिए, बेहद कम प्रमाण उपलब्ध हैं जो ये बताते हैं कि जिन्क्गो लेने से लाभ मिलता है। जिन्क्गो से

सामने आ रहे प्रमाणों ने यह दर्शाया है कि जिन्क्गो के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में लाभ मिलता है। यह पाया गया कि मेटफ़ॉर्मिन के साथ में लेने पर जिन्क्गो, फ़ास्टिंग ग्लूकोज़ और HbA1C को काफ़ी कम करता है।

जिन्क्गो से कौन से दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

जिन्क्गो लेने वाले लोगों को जी मिचलाने, पाचन खराब होने, सिरदर्द, चक्कर आने और दिल की धड़कन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका सेवन करने से बच्चे के जन्म के दौरान जल्दी प्रसव या अत्यधिक खून का रिसाव हो सकता है। जिन्क्गो को सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले लेना रोक देना चाहिए, क्योंकि इससे बहुत ज़्यादा खून का रिसाव हो सकता है।

जिन्क्गो के साथ कौन से दवा इंटरैक्शन होते हैं?

जिन्क्गो, खून के थक्कों को बनने से रोकने वाली दवाओं (जैसे कि वारफ़ेरिन), एस्पिरिन और अन्य बिना स्टेरॉइड वाले एंटी-इंफ़्मेलेटरी ड्रग्स (NSAID) के संपर्क में आने पर प्रतिक्रिया दे सकती है। जिन्क्गो, एंटीसीज़र दवाओं और एंटीडिप्रेसेंट की प्रभावशीलता को भी घटा सकता है जो सेरोटोनिन (जैसे SSRI और SNRI) को प्रभावित करते हैं।

सलाहें

जिन्क्गो वैसे तो सुरक्षित है, लेकिन पेरिफ़ेरल आर्टेरियल डिजीज और शायद अन्य अलग-अलग स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों को मामूली लाभ दे सकता है। जो लोग ऐसी दवाएँ ले रहे हैं जो जिन्क्गो के संपर्क में आने पर प्रतिक्रिया दे सकती है, उन्हें जिन्क्गो सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। सर्जरी से 2 सप्ताह पहले जिन्क्गो का इस्तेमाल बंद कर देना बहुत ज़रूरी है।