बच्चों में ह्यूमन इम्यूनोडिफ़िशिएंसी वायरस (HIV) का संक्रमण

इनके द्वाराThe Manual's Editorial Staff
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया दिस. २०२३

HIV क्या है?

ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (HIV), शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने वाला एक वायरस है। HIV से पीड़ित लोगों में दूसरे संक्रमण और बीमारियों से बीमार पड़ने की ज़्यादा संभावना होती है।

  • जिन छोटे बच्चों को HIV होता है, उन्हें आमतौर पर जन्म के समय अपनी माँ से यह वायरस प्राप्त होता है

  • HIV के निदान के लिए डॉक्टरों द्वारा खून की जांच की जाती है

  • HIV का उपचार न होने पर बच्चों को एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफ़िशिएंसी सिंड्रोम) हो सकता है

  • HIV का कोई उपचार नहीं है, लेकिन दवाओं से वायरस की प्रगति धीमी हो जाती है

  • जिन बच्चों को HIV के लिए दवाएँ (इन्हें एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी या ART कहा जाता है) दी जाती हैं, उनके वयस्कावस्था तक जीने की संभावना बढ़ सकती है

  • HIV से पीड़ित माताएँ अपनी गर्भावस्था तथा जन्म के दौरान ART लेकर, और बच्चे को जन्म के बाद ART दवा देकर अपने बच्चों में HIV होने को आम तौर पर रोक सकती हैं

एड्स क्या है?

एड्स का पूर्ण रूप है, एक्वायर्ड इम्यूनोडिफ़िशिएंसी सिंड्रोम। यह HIV संक्रमण का सबसे गंभीर रूप है। इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली ज़्यादा कमज़ोर हो जाती है और संक्रमण से नहीं लड़ पाती है। एड्स से पीड़ित लोगों को वे असामान्य संक्रमण हो सकते हैं जो एड्स मुक्त लोगों को लगभग कभी प्रभावित नहीं करते हैं।

HIV संक्रमण को उस स्थिति में एड्स माना जाता है जब:

  • बच्चे को वह गंभीर संक्रमण है जो HIV मुक्त बच्चों को लगभग कभी नहीं होता है

  • खून की जांच से पता चलता है कि प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमज़ोर है

जो बच्चे नियमित रूप से HIV की दवा लेते हैं उन्हें लगभग कभी एड्स नहीं होता।

बच्चों को HIV कैसे होता है?

HIV से प्रभावित छोटे बच्चों को जन्म से पहले या जन्म के दौरान, अपनी HIV संक्रमित माँ से लगभग हमेशा यह वायरस प्राप्त होता है। चूँकि वायरस माँ के दूध में मौजूद होता है, तो स्तनपान कराने से वायरस का संचार हो सकता है।

बड़े बच्चे और किशोर निम्नलिखित के कारण संक्रमित हो सकते हैं:

  • HIV संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बना कर

  • HIV संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क में आकर

  • HIV संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई सुइयों को साझा कर

क्योंकि ब्लड डोनेशन में HIV के लिए टेस्ट किए जाते हैं, इसलिए अमेरिका, कनाडा या पश्चिमी यूरोप में ब्लड के ट्रांसफ़्यूजन से प्रायः कोई संक्रमण नहीं देखा गया है।

निम्न के द्वारा HIV नहीं फैलता है:

  • भोजन

  • पानी

  • घरेलू सामानों को छूकर या साझा कर

  • घर में, काम पर या स्कूल में किसी संक्रमित व्यक्ति को छूकर, चुंबन लेकर या उसके आसपास होने से

बच्चों में HIV के लक्षण क्या हैं?

HIV संक्रमण वाले बच्चे पहले तो स्वस्थ दिखते हैं। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, उनमें सर्दी, कान में संक्रमण और दस्त जैसी सामान्य समस्याएँ अक्सर अधिक और गंभीर हो जाती हैं। लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि HIV के लिए बच्चे का दवाओं के ज़रिए उपचार किया जा रहा है या नहीं। HIV वाली दवाओं को ART (एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी) कहा जाता है।

यदि बच्चों का ART के ज़रिए उपचार नहीं किया जाता है, तो उनमें निम्न चीज़ें दिखाई दे सकती हैं:

  • धीमी वृद्धि और धीमा विकास (उदाहरण के लिए, वे नहीं सीख पाते कि कैसे चलें और बात करें, या सामान्य बच्चों की तुलना में देर से सीखना)

  • सूजे हुए लिम्फ़ नोड

  • ठीक नहीं होने वाला दस्त

  • एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होना)

  • उनके स्प्लीन या लिवर में सूजन

  • उनके मुँह में बार-बार फंगल संक्रमण (छाला)

  • अन्य संक्रमण

  • वज़न का घटना

जिन बच्चों को ART नहीं प्राप्त होती है, आखिर में वे एड्स से प्रभावित हो जाते हैं।

यदि बच्चों का ART के ज़रिए उपचार किया जाता है, तो उनमें निम्न चीज़ें देखी जा सकती हैं:

  • कोई भी लक्षण नहीं

  • बार-बार का जीवाणु संक्रमण, जैसे कान में संक्रमण

  • व्यवहार और सीखने संबंधी समस्याएँ—हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ये समस्याएँ HIV संक्रमण से होती हैं, कुछ निश्चित दवाएँ लेने से होती हैं या किसी अन्य कारण से होती हैं

HIV संक्रमण से उपचारित बच्चों में उम्र बढ़ने के साथ लंबे समय तक रहने वाली समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि:

डॉक्टर यह कैसे बता सकते हैं कि बच्चे को HIV है या नहीं?

यदि माँ को HIV है या HIV होने का खतरा है, तो डॉक्टरों द्वारा शिशुओं और छोटे बच्चों में HIV के लिए खून की जांच की जाती है। डॉक्टरों द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं को HIV की जांच कराने की सलाह दी जाती है।

जन्म के समय शिशुओं का परीक्षण किया जाता है। हालाँकि, HIV से संक्रमित माताओं से पैदा हुए बच्चों में अगले 6 महीनों में कई और रक्त परीक्षणों की आवश्यकता होती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें HIV नहीं है।

डॉक्टरों द्वारा बच्चों में HIV का उपचार कैसे किया जाता है?

डॉक्टरों द्वारा निम्न का उपयोग कर HIV से प्रभावित बच्चों का उपचार किया जाता है:

  • एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART)

  • कभी-कभी कुछ संक्रमणों को रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स देना

ART में हमेशा एक से अधिक दवाओं का उपयोग किया जाता है। HIV से प्रभावित बच्चे को आमतौर पर 3 अलग-अलग दवाएँ दी जाती हैं। बड़े बच्चों के लिए, दवाओं को कभी-कभी एक गोली में मिला दिया जाता है। यह बहुत अहम है कि दवा नियमित रूप से सही समय पर और सही मात्रा में ली जाए। यदि बच्चे अक्सर कम बार दवा लेते हैं, तो HIV उस दवा के लिए प्रतिरोधी बन सकता है। प्रतिरोधी का अर्थ है कि वह दवा अब HIV के खिलाफ़ प्रभावी नहीं होगी। यदि HIV किसी दवा के लिए प्रतिरोधी हो जाता है, तो डॉक्टर द्वारा दूसरी दवा को आज़माया जाएगा।

डॉक्टर हर 3 से 4 महीने में निम्न का मापन करने के लिए खून की जांच करते हैं:

  • सफ़ेद रक्त कोशिकाओं की संख्या

  • रक्त में HIV वायरस की मात्रा

ये रक्त परीक्षण डॉक्टर को यह जानने में मदद करते हैं कि उपचार प्रभावी है या नहीं। डॉक्टर द्वारा दवाओं के लिए वायरस के प्रतिरोधी बनने तथा दवाओं के खराब असर का पता लगाने की भी जांच की जाती हैं।

HIV से प्रभावित लगभग सभी बच्चों को बाल्यावस्था की वैक्सीन नियमित लगवानी चाहिए।

HIV से पीड़ित बच्चों को बाल्यावस्था में उतनी ही सामान्य गतिविधियों में शामिल होना चाहिए, जिस हद तक उनका स्वास्थ्य अनुमति दे। इसकी बहुत संभावना नहीं है कि उनके कारण अन्य बच्चों में HIV का संचार हो।

अपने बच्चे में HIV का होना कैसे रोका जा सकता है?

यदि आप गर्भवती हैं और HIV से संक्रमित है, तो आप निम्न तरीकों से अपने बच्चे में संक्रमण फैलने की संभावना को कम कर सकती हैं:

  • ART (एंटीरेट्रोवाइरल) गोलियाँ लेना, विशेष रूप से गर्भावस्था के दूसरी और तीसरी तिमाही (अंतिम 6 महीने) के दौरान

  • यदि आप ART दवाएँ पहले से ही ले रही हैं, तो उन्हें नियमित रूप से लेना जारी रखें

  • प्रसव-काल (लेबर) और प्रसव (डिलिवरी) के दौरान शिरा के ज़रिए विशिष्ट ART दवा प्राप्त करना—यह दवा आपके बच्चे को जन्म के 6 सप्ताह बाद तक भी दी जाती है, जिससे यह आपके बच्चे में HIV होने की संभावना कम कर देती है

  • अगर आपके खून में बहुत ज़्यादा HIV वायरस है, तो योनिमार्ग से प्रसव के बजाय सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) करवाना

  • अपने बच्चे को फ़ीड करने के लिए छाती के दूध के बजाय फ़ॉर्मूला का उपयोग करना, गौरतलब है कि फ़ॉर्मूला बनाने के लिए पानी सुरक्षित होना चाहिए

यह जांच कर लें कि आपके बच्चे के डे-केयर सेंटर या स्कूल में रक्त की सफ़ाई के लिए कोई सुरक्षा योजना है, जिसमें निम्न शामिल है:

  • लेटेक्स दस्ताने पहनना

  • दस्ताने उतारने के बाद हाथों को धोना

  • 1 भाग ब्लीच और 100 भाग पानी के घोल से उन सतहों को साफ़ और कीटाणुरहित करना जिन पर खून लगा हो

  • खून को छूने से बचना

सभी बच्चों के लिए इन सार्वभौमिक सावधानियों का उपयोग किया जाना चाहिए, क्योंकि स्टाफ़ या माता-पिता को यह पता नहीं हो सकता है कि किसी बच्चे को HIV संक्रमण है या नहीं। यदि परिवार के किसी सदस्य को HIV है, तो घर पर भी इन सावधानियों का पालन किया जाना चाहिए।