शरीर द्वारा दवाओं को उपयोग करने और निकालने में सक्षम होने के लिए आवश्यक है कि वह उन्हें (रासायनिक रूप से परिवर्तित या मेटाबोलाइज़ करने वाले) प्रोसेस करें। लिवर में इनमें से अधिकांश प्रोसेसिंग होती है, जिन्हें लिवर एंज़ाइम द्वारा किया जाता है। इस प्रकार, दवाएँ और लिवर एक-दूसरे को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं:
लिवर के विकार की वजह से दवा के मेटाबोलिज़्म के तरीके में बदलाव हो सकता है।
कुछ दवाएँ लिवर को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
लिवर द्वारा दवाओं के मेटाबोलिज़्म के तरीके को कई कारक (जैसे कि अंदर ग्रहण किए गए खाद्यपदार्थ, व्यक्ति की आनुवंशिक संरचना और अन्य दवाओं का उपयोग) प्रभावित कर सकते हैं (दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया को प्रभावित करने वाले कारक देखें)।
दवाएँ इस बात को प्रभावित कर सकती हैं कि लिवर में कुछ अन्य दवाएँ कितनी जल्दी मेटाबोलाइज़ होती हैं। यदि कोई दवा अधिक तेजी से मेटाबोलाइज़ होती है, तो यह विखंडित होकर अपना अपेक्षित प्रभाव दर्शाए बिना बाहर निकल सकती है। यदि दवा धीमी गति से मेटाबोलिज़्म होती है, तो दुष्प्रभाव की संभावना अधिक होती है।
अधिक जानकारी
निम्नलिखित अंग्रेजी-भाषा संसाधन उपयोगी हो सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि इस संसाधन की विषयवस्तु के लिए मैन्युअल ज़िम्मेदार नहीं है।
U.S. Food and Drug Administration: Sometimes Drugs and the Liver Don't Mix: लिवर पर दवा के उपयोग के संभावित विषाक्त प्रभावों को रोकने के तरीके के बारे में उपभोक्ता के अनुकूल जानकारी।