इस्केमिक हैपेटाइटिस

इनके द्वाराWhitney Jackson, MD, University of Colorado School of Medicine
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया जन. २०२२

इस्केमिक हैपेटाइटिस पूरे लिवर की क्षति है जो अपर्याप्त रक्त या ऑक्सीजन की आपूर्ति के कारण होती है।

  • हृदय या श्वसन विफलता के कारण लिवर को रक्त की आपूर्ति या ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी हो सकती है।

  • लोगों को मतली या उलटी जैसा महसूस होता है, और लिवर कोमल तथा संवर्धित हो सकता है।

  • कारण जानने के लिए डॉक्टर इमेजिंग परीक्षण कर सकते हैं।

  • डॉक्टर उस दशा का उपचार करते हैं जिसके कारण लिवर को रक्त के प्रवाह की कमी हो रही है।

(लिवर में रक्त वाहिका विकार का विवरण भी देखें।)

इस्केमिक हैपेटाइटिस में, लिवर कोशिकाएं क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती हैं क्योंकि लिवर को पर्याप्त रक्त या ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं मिलती है।

इस्केमिक हैपेटाइटिस दूसरे प्रकार के हैपेटाइटिस से भिन्न होता है। आमतौर पर, “हैपेटाइटिस” का अर्थ लिवर की सूजन समझा जाता है, जिसके अनेक कारण हो सकते हैं, सर्वाधिक आमतौर पर वायरस (जैसा हैपेटाइटिस A या B में होता है)। लेकिन, इस्केमिक हैपेटाइटिस में लिवर में सूजन नहीं होती है। इसकी बजाए, लिवर कोशिका की मृत्यु (नेक्रोसिस) होती है। हैपेटाइटिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसका आशय किसी ऐसे विकार से होता है जिसमें लिवर एंज़ाइम जिन्हें एमिनोट्रांस्फरेज़ कहा जाता है, वे क्षतिग्रस्त लिवर कोशिकाओं में रक्त में लीक हो जाते हैं।

इस्केमिक हैपेटाइटिस के कारण

इस्केमिक हैपेटाइटिस उस समय विकसित होता है जब लिवर की रक्त, ऑक्सीजन या दोनो से संबंधित जरूरतें पूरी नहीं होती है।

इस प्रकार की अधूरी ज़रूरतों के लिए पूरे शरीर में रक्त प्रवाह में कमी सर्वाधिक आम कारण होता है। निम्नलिखित के कारण रक्त प्रवाह में कमी हो सकती है:

  • ह्रदय की विफलता (हार्ट फैल्योर)

  • अचानक, बड़े स्तर पर ब्लड प्रेशर में गिरावट (जैसा कि बहुत बड़े स्तर पर रक्तस्राव, गंभीर डिहाइड्रेशन, या गंभीर, पूरे शरीर में संक्रमण से हो सकता है)

शरीर में ऑक्सीजन की घटी हुई आपूर्ति, जो कि दीर्घकालिक, गंभीर श्वसन विकारों से हो सकती है, के कारण भी इस्केमिक हैपेटाइटिस हो सकता है।

ऑक्सीजन और रक्त की बढ़ी हुई ज़रूरत, जैसा कि गंभीर रूप से पूरे शरीर में संक्रमण के दौरान होता है (सेप्सिस), के कारण भी इस्केमिक हैपेटाइटिस हो सकता है।

अवरूद्ध रक्त वाहिकाओं के कारण हैपेटाइटिस इस्केमिया हो सकता है, लेकिन ऐसा केवल तभी होता है जब हैपेटिक धमनी और पोर्टल शिरा दोनो संकुचित या अवरूद्ध हो जाती हैं। इस्केमिया तब नहीं होता है जब इन दोनो रक्त वाहिकाओं में से कोई एक संकुचित या अवरूद्ध होती है क्योंकि लिवर हैपेटिक धमनी तथा पोर्टल शिरा दोनो से रक्त प्राप्त करता है, तथा वह रक्त वाहिका जो अवरूद्ध नहीं होती है, वह लिवर को रक्त की आपूर्ति को जारी रखती है।

अवरूद्ध रक्त वाहिकाओं का सर्वाधिक आम कारण रक्त क्लॉट होता है। (रक्त क्लॉट के कारण होने वाला अवरोध थ्रॉम्बोसिस कहलाता है।) हैपेटिक धमनी में होने वाले रक्त क्लॉट के अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे निम्नलिखित:

  • रक्त वाहिकाओं को चोट लगना (जैसा कि लिवर प्रत्यारोपण सर्जरी को दौरान होता है)

  • हैपेटिक धमनी में उभार (एन्यूरिज्म)

  • धमनी की सूजन (वैस्कुलाइटिस)

  • कोकीन का इस्तेमाल (जिसके कारण धमनी में ऐंठन हो जाती है)

  • सिकल सेल का संकट

  • ट्यूमर, कुछ खास चिकित्सा प्रक्रियाएं, या हृदय के संक्रमण (एन्डोकार्डाइटिस), जिसके कारण एम्बोली—सामग्रियों का गुच्छा बन जाता है, जैसे फैटी सामग्रियों का टुकड़ा या धमनी की दीवार पर रक्त क्लॉट—जो टूट जाता है तथा रक्त की धारा में बहता रहता है तथा रक्त वाहिका में ठहर जाता है

ऐसे विकार, जिनके कारण रक्त के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है, हैपेटिक धमनी या पोर्टल शिरा में अवरोध पैदा कर सकते हैं। ये विकार आनुवंशिक या अधिग्रहित हो सकते हैं।

इस्केमिक हैपेटाइटिस के लक्षण

लक्षणों में मतली तथा उलटी करना शामिल होते हैं। लिवर कोमल तथा संवर्धित हो सकता है। यदि लोगों में पहले से ही लिवर की गंभीर स्कारिंग हो चुकी है (सिरोसिस), इस्केमिक हैपेटाइटिस के कारण लिवर की विफलता हो सकती है।

इस्केमिक हैपेटाइटिस का निदान

  • लिवर रक्त परीक्षण और रक्त-क्लॉटिंग परीक्षण

  • कभी-कभी इमेजिंग परीक्षण

डॉक्टरों को उस समय इस्केमिक हैपेटाइटिस का संदेह होता है जब ऐसे लोगों में लिवर रक्त परीक्षण (जिनको यह निर्धारित करने के लिए किया जाता कि लिवर कितने अच्छे से काम कर रहा है तथा क्या यह क्षतिग्रस्त हो चुका है) और/या रक्त क्लॉटिंग परीक्षण असामान्य होते हैं, जिनकी किसी दशा के कारण यह विकार हो सकता है।

यदि डॉक्टर को इस्केमिक हैपेटाइटिस का संदेह होता है, तो वे कारण का पता लगाते हैं। उदाहरण के लिए, वे हृदय के कार्य की जांच करने या हैपेटिक धमनी के लिए इमेजिंग परीक्षण कर सकते हैं। इन इमेजिंग परीक्षणों में रक्त वाहिकाओं की ईकोकार्डियोग्राफ़ी, अल्ट्रासोनोग्राफ़ी, मैग्नेटिक रीसोनेंस इमेजिंग (magnetic resonance imaging, MRI) (मैग्नेटिक रीसोनेंस एंजियोग्राफ़ी) और आर्ट्रियोग्राफ़ी, जिसमें रेडियोपैक कंट्रास्ट एजेन्ट (जिसे एक्स-रे में देखा जा सकता है) को धमनी में इंजेक्ट किया जाता है, शामिल होती है।

प्रयोगशाला परीक्षण

इस्केमिक हैपेटाइटिस का इलाज

  • अंतर्निहित दशा का उपचार

डॉक्टर उस दशा का उपचार करने पर ध्यान केन्द्रित करते हैं जिसके कारण लिवर को रक्त की आपूर्ति में कमी हो रही है। यदि रक्त के प्रवाह को फिर से चालू किया जा सकता है, तो इस्केमिक हैपेटाइटिस आमतौर पर ठीक हो जाता है।