बांह के मध्यभाग का फ्रैक्चर

(रेडियस के फ्रैक्चर; उल्ना के फ्रैक्चर)

इनके द्वाराDanielle Campagne, MD, University of California, San Francisco
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया दिस॰ २०२२

भुजा के फ्रैक्चर में एक या दोनों भुजाओं के बीच के भाग की हड्डियों (रेडियस और उल्ना) शामिल होती हैं।

  • भुजा के बीच के फ्रैक्चर आमतौर पर शारीरिक संपर्क वाले खेलों के दौरान, गिरने से, या किसी हमले के दौरान रक्षात्मक कार्रवाई में किसी सीधे आघात के कारण होते हैं।

  • फ्रैक्चर वाली भुजा में दर्द, सूजन, छूने पर दर्द, और कभी-कभी विकृति होती है।

  • डॉक्टर इन फ्रैक्चर की पहचान एक्स-रे पर करते हैं।

  • अक्सर, हड्डी के अंशों को व्यवस्थित (रिड्यूस) करके वापस उनकी जगह पर बैठाया जा सकता है, फिर एक स्प्लिंट या कास्ट द्वारा जगह पर बनाए रखा जाता है, लेकिन कभी-कभी सर्जरी आवश्यक होती है।

आमतौर पर भुजा की कोई एक हड्डी (रेडियस या उल्ना) किसी सीधी मार से टूट जाती है। डॉक्टर टुकड़ों को वापस उनकी जगह पर बैठा देते हैं और ठीक होने के लिए हड्डियों को एक स्प्लिंट या कास्ट द्वारा उनकी जगह पर बनाए रखते हैं। बहुत कम बार, कोहनी या कलाई पर कोई एक हड्डी टूट जाती है और दूसरी हड्डी भी डिस्लोकेट हो जाती है। फ्रैक्चर और डिस्लोकेशन के संयोग में सर्जरी की आवश्यकता होती है।

भुजा की हड्डियों के निचले सिरे में होने वाले फ्रैक्चर कलाई के फ्रैक्चर माने जाते हैं और भुजा की बड़ी हड्डियों, जो कोहनी के जोड़ का भाग होती हैं, उनमें होने वाले फ्रैक्चर को भुजा के ऊपरी भाग के फ्रैक्चर माना जाता है।

लक्षण

फ्रैक्चर वाली भुजा में दर्द और सूजन होती है। खरोंच के निशान भी हो सकते हैं। भुजा को हिलाने-डुलाने पर आमतौर पर दर्द होता है, जिसमें कलाई या कोहनी को फैलाना भी शामिल होता है।

निदान

  • एक्स-रे

(फ्रैक्चर का निदान भी देखें।)

यदि लोगों को लगता है कि उनकी भुजा में फ्रैक्चर हो सकता है, तो उन्हें जितना जल्दी हो सके किसी डॉक्टर से मिलना चाहिए।

भले ही डॉक्टर भुजा के फ्रैक्चर को आमतौर पर शारीरिक परीक्षण के आधार पर पहचान लेते हैं, निदान में फ्रैक्चर के सटीक स्थान को दिखाने और चोट के परिमाण को निर्धारित करने के लिए, लिए गए एक्स-रे शामिल होते हैं।

उपचार

  • सर्जरी या सर्जरी के बिना टूटी हड्डियों को फिर से पंक्तिबद्ध करना

  • एक स्प्लिंट या कास्ट

टूटे टुकड़ों को फिर से पंक्तिबद्ध किया जाता है या वापस उनकी जगह पर व्यवस्थित कर दिया जाता है (जिसे रिडक्शन कहते हैं)। फ्रैक्चर के प्रकार के आधार पर, रिडक्शन में सर्जरी शामिल, या शामिल नहीं हो सकती है। जब संभव हो, तो डॉक्टर बिना सर्जरी के ही हड्डी के टुकड़ों को वापस उनकी जगह पर बैठा देते हैं।  

किसी साधारण फ्रैक्चर के लिए, यदि हड्डियों को बिना सर्जरी की आवश्यकता हुए फिर से पंक्तिबद्ध किया जाता है, तो हड्डियों को उनकी जगह पर बनाए रखने के लिए एक स्प्लिंट का उपयोग किया जाता है। फिर उचित तरीके से हड्डी के ठीक होने की निगरानी के लिए व्यक्ति को किसी ऑर्थोपेडिक सर्जन के पास भेजा जाता है। आमतौर पर, स्प्लिंट को निकाल दिया जाता है, और कास्ट लगाया जाता है। कास्ट को लगभग 4 से 6 सप्ताह के लिए पहना जाता है।

अधिक जटिल फ्रैक्चर के लिए, रिडक्शन में सर्जरी, सामान्यतः ओपन रिडक्शन एंड इंटर्नल फ़िक्सेशन (ORIF) की आवश्यकता होती है। जब ORIF पूर्ण हो जाता है, तो हड्डियों को वापस उनकी जगह पर बैठाया जाता है और धातु के तार, पिनों, स्क्रू, रॉड, और/या प्लेटों का उपयोग करके उन्हें जगह पर बनाए रखा जाता है।  सर्जरी के बाद, भुजा को लगभग 6 सप्ताह के लिए स्प्लिंट में रखा जाएगा। 

quizzes_lightbulb_red
अपना ज्ञान परखेंएक क्वज़ि लें!
मैनुअल'  ऐप को निः शुल्क डाउनलोड करेंiOS ANDROID
मैनुअल'  ऐप को निः शुल्क डाउनलोड करेंiOS ANDROID
अभी डाउनलोड करने के लिए कोड को स्कैन करेंiOS ANDROID