मैरिंजाइटिस

(बुलस मैरिंजाइटिस)

इनके द्वाराRichard T. Miyamoto, MD, MS, Indiana University School of Medicine
समीक्षा की गई/बदलाव किया गया मार्च २०२२

    मैरिंजाइटिस ईयरड्रम का एक जीवाणु या वायरल संक्रमण है।

    मैरिंजाइटिस एक्यूट ओटाइटिस मीडिया का एक रूप है और विभिन्न प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया के कारण होता है। बैक्टीरिया स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया और माइकोप्लाज़्मा सामान्य कारण हैं।

    ईयरड्रम में सूजन आ जाती है और इसकी सतह पर फ़्लूड से भरे छोटे-छोटे फफोले (वेसिकल्स) बन जाते हैं। हालांकि ओटाइटिस मीडिया में वेसिकल्स भी मौजूद हो सकती हैं, तो भी मैरिंजाइटिस के कारण मध्य कान में मवाद या फ़्लूड नहीं बनता है। दर्द अचानक शुरू होता है और 24 से 48 घंटे तक रहता है। थोड़ी श्रवण हानि और बुखार हो सकता है।

    डॉक्टर एक ओटोस्कोप के साथ ईयरड्रम को देखकर मैरिंजाइटिस का निदान करते हैं।

    क्योंकि यह बताना मुश्किल है कि संक्रमण वायरल है या बैक्टीरिया संबंधी, ज्यादातर लोगों का उपचार एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक (एनाल्जेसिक) से किया जाता है। दर्दनाशक दवाओं को मुंह से या कान के ड्रॉप्स के रूप में दिया जा सकता है। दर्द से राहत पाने के लिए डॉक्टर को एक छोटे से ब्लेड से वेसिकल्स को फोड़ने की आवश्यकता हो सकती है।